दिल्ली-एनसीआर के लोगों को अभी जहरीली हवा से राहत नहीं मिलने वाली है। दिल्ली के कई इलाकों में एयर क्वालिटी गंभीर स्थिती में बनी हुई है। कई इलाकों में धुंध की परत छाई हुई है। मानो जैसा हर तरफ कोहरा हो। विषेषज्ञों के अनुसार, 4 दिनों तक हवा की गुणवत्ता में सुधार नहीं होने वाला है।
रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में एयर क्वालिटी गुरुवार सुबह ‘गंभीर’ श्रेणी में रही। दिल्ली के अधिकतर इलाकों में एक्यूआई 400 के पार पहुंच गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, बवाना में एक्यूआई 442, जहांगीरपुरी में 441, द्वारका में 416, अलीपुर में 415, आनंद विहार में 412, आईटीओ में 412 और दिल्ली हवाई अड्डे के पास 401 था।
बता दें कि एक दिन पहले भारत के मौसम वैज्ञानिकों ने कहा गया था कि चार दिनों तक कोहरे जैसी स्थिति बने रहने की संभावना है। बता दें कि बुधवार को दिल्ली में AQI लगभग 401 रहा। वहीं शहर का न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 10.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।ॉ
दरअसल, शून्य और 50 के बीच के AQI को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’, 401 और 450 के बीच ‘गंभीर’ और 450 से ऊपर बेहद गंभीर माना जाता है।
दरअसल, सरकार वायु प्रदूषण को रोकने के लिए कदम उठा रही है। इसके बावजूद पिछले कुछ दिनों में दिल्ली की एयर क्वालिटी खराब होती जा रही है। हवा की गुणवत्ता में गिरावट के बाद भी दिवाली पर खूब पटाखे छोड़े गए। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने दिवाली पर पटाखों पर प्रतिबंध भी लगाया था।
दिल्ली-एनसीआर में वायु की खराब गुणवत्ता को देखते हुए दिल्ली सरकार सीएनजी, बिजली और BS-6 डीजल पर चलने वाली बसों को छोड़कर अन्य यात्री बसों को दिल्ली में एंट्री लेने से रोक सकती है। जीआरएपी 4 के तहत फिलहाल दिल्ली में ट्रकों की एंट्री पर रोक है।
दरअसल, IQAir ने 14 नवंबर को बताया था कि मंगलवार को दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर था। इसके बाद लाहौर और मुंबई थे। डॉक्टरों के अनुसार, दिल्ली की प्रदूषित हवा में सांस लेना एक दिन में लगभग 10 सिगरेट पीने के बराबर है।
#WATCH | A layer of haze covers Delhi as the air quality in several areas in the city remains in ‘Severe’ category.
(Visuals from Akshardham, shot at 7:20 am) pic.twitter.com/u7Iuqgf4mZ