हिमाचल प्रदेश के डीजीपी संजय कुंडू और कारोबारी निशांत शर्मा से जुड़े विवाद को लेकर गुरुवार को प्रदेश हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। जिसके बाद हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। हिमाचल प्रदेश के किसी भी डीजीपी पर एफआईआर का यह अपनी तरह का पहला मामला होगा। हाईकोर्ट ने शिकायत पर अब तक एफआईआर दर्ज न करने पर भी नाराजगी जाहिर की है।
सुनवाई के दौरान शिमला और कांगड़ा पुलिस ने मामले पर स्टेट्स रिपोर्ट दायर की। मुख्य न्यायाधीश एमएस रामाचंद्र राव और जस्टिस ज्योतसना रिवाल दुआ की बैंच में यह सुनवाई हुई। डीजीपी के खिलाफ कांगड़ा में एफआईआर दर्ज होगी। हाईकोर्ट ने शिकायकर्ता कारोबारी निशांत शर्मा की पैरवी के लिए सीनियर एडवोकेट नीरज गुप्ता को नियुक्त किया है। हिमाचल सरकार के एडवोकेट जनरल अनूप रत्न ने बताया कि अब 22 नवंबर को मामले की अगली सुनवाई होगी। साथ ही कहा कि डीजीपी के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।
दरअसल, 10 नवंबर को हाई कोर्ट ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लिया था। इससे पहले, कारोबारी के खिलाफ डीजीपी ने 4 नवंबर को छोटा शिमला थाने में एफआईआर दर्ज करवाई थी। अब मामले में 50 पन्नों की स्टेट्स रिपोर्ट दाखिल की गई है।
बिजनेसमैन निशांत ने 28 अक्तूबर 2023 को हाईकोर्ट को ई-मेल के माध्यम से अपने और परिवार की जान को खतरे की बात लिखी थी। प्रार्थी ने लिखा था कि वह चिंतित और भयभीत है कि उन्हें या तो पुलिस प्रमुख संजय कुंडू द्वारा मार दिया जाएगा या गंभीर रूप से डराया-धमकाया जाएगा। कारोबारी ने बताया था कि गुरुग्राम में भी उस पर हमला हो चुका है, जिसमें वह बच गया।
इस मामले की रिपोर्ट को वापस लेने के लिए उस पर दो बाइक सवार व्यक्तियों ने भागसूनाग और मैक्लोडगंज के बीच वाले रास्ते में रोककर धमकाया। ई-मेल के मुताबिक डीजीपी कार्यालय से उसे एक ही दिन में 14 फोन आए। इसके अलावा पालमपुर के डीएसपी और एसएचओ ने भी उन पर डीजीपी से बात करने का दबाव बनाया। जब उन्होंने डीजीपी से बात की, तो उन्हें डीजीपी ने शिमला आने के लिए कहा।
कारोबारी निशांत शर्मा की ओर से खुद की जान को खतरा भी बताया गया है। जिसपर हाइकोर्ट ने मामले में एफआईआर दर्ज करने के आदेश के साथ-साथ सुरक्षा के भी आदेश दिए हैं। एडवोकेट जनरल ने बताया कि मामला कांगड़ा जिले से जुड़ा है इसलिये कांगड़ा में ही एफआईआर दर्ज की जाएगी।
इसी संदर्भ में निशांत शर्मा ने डीजीपी को भी मेल किया था और उनसे यही सवाल भी पूछे। इसी के बाद डीजीपी संजय कुंडू ने कारोबारी निशांत शर्मा के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज करवा दिया। 4 पन्नों की इस शिकायत में डीजीपी ने लिखा है कि उनकी आधिकारिक ईमेल आईडी पर 29 अक्तूबर 2023 को उन्हें निशांत शर्मा ने ईमेल पर जो आरोप लगाए हैं, वो पूरी तरह से झूठ और मनगढ़ंत हैं। उनकी डीजीपी की व्यक्तिगत प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के इरादे से मेल की गई है।