Punjab Governor Banwarilal Purohit: पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने बुधवार को एक घटना को याद किया। उन्होंने बताया कि पुलिस महानिदेशक (डीजीपी ) प्रवीर रंजन ने कांस्टेबल के पद के लिए एक व्यक्ति की उनकी सिफारिश को कैसे अस्वीकार कर दिया था। पुरोहित ने सेक्टर 26 में पुलिस लाइन में आयोजित चंडीगढ़ पुलिस के 15वें स्थापना दिवस परेड समारोह की अध्यक्षता करते हुए अपने भाषण के दौरान यह घटना बताई।
पुरोहित ने कहा, ‘एक पूर्व संसद सदस्य, जो लगभग 15 वर्षों तक सत्ता में रहे और जब मैं सांसद था, तब वे मुझे जानते थे, एक बार मुझसे मिलने चंडीगढ़ आए थे। उन्होंने एक पर्ची दी, जिस पर एक युवक का नाम था और मुझसे आग्रह किया कि मैं उसे चंडीगढ़ पुलिस में भर्ती कराने की व्यवस्था करूं। पूर्व सांसद ने मुझसे कहा कि वह युवक उनके बेटे जैसा है। मैंने वो पर्ची प्रवीर रंजन को पर्ची भेज दी और उन्हें देखने के लिए कहा।’
राज्यपाल ने आगे कहा, ‘एक दिन, रंजन ने आकर मुझे बताया, ‘सर, जिस आदमी के नाम की आपने सिफारिश की थी, उसका चयन नहीं किया जा सकता। वह भर्ती के मानकों को पूरा करने में विफल रहा। जब मैंने यह सुना तो मैं बहुत खुश हुआ। उन्होंने कहा कि मैं हर पुलिस वाले में यही भावना चाहता हूं।’
पुरोहित ने इस घटना का जिक्र केवल इसलिए किया कि पुलिस कर्मी अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते समय राजनेताओं सहित प्रभावशाली लोगों की किसी भी सिफारिश पर विचार न करें। राज्यपाल ने इस दौरान नगर निगम पार्षदों सहित लोगों से पुलिस के कामकाज में हस्तक्षेप या प्रभावित नहीं करने का भी आग्रह किया।
15वें स्थापना दिवस समारोह में पुलिस कर्मियों के परिवार के सदस्यों, सेवानिवृत्त पुलिस कर्मियों, सेक्टरों के स्थानीय प्रतिनिधियों और अन्य लोगों सहित 550 से अधिक लोगों ने भाग लिया। अपने भाषण से पहले, पुरोहित ने गार्ड ऑफ ऑनर लिया और सैनिकों का निरीक्षण किया। परेड में करीब 500 पुलिसकर्मी शामिल हुए। डीजीपी प्रवीर रंजन, गृह सचिव नितिन कुमार यादव, डीआइजी राज कुमार सिंह, एसएसपी (यूटी) कंवरदीप कौर, एसएसपी (यातायात) मनीषा चौधरी और अन्य भी मौजूद थे।