इजरायल ने गाजा के सबसे बड़े अल शिफा अस्पताल में एक टार्गेटेड ऑपरेशन शुरू किया है। उसने हमास पर इसे कमांड सेंटर के रूप में उपयोग करने का आरोप लगाया है। अस्पताल हजारों बीमार, विस्थापित गाजावासियों को आश्रय दे रहा है और इस कदम से इजरायल की आलोचना और तेज हो सकती है।
इजरायली सैनिकों ने कहा कि वे अल-शिफ़ा अस्पताल के अंदर हमास के खिलाफ एक सटीक और टार्गेटेड अभियान चला रहे हैं। इजरायली सुरक्षा बलों ने एक बयान में कहा कि उन्होंने गाजा में संबंधित अधिकारियों को एक बार फिर बता दिया है कि अस्पताल के भीतर सभी सैन्य गतिविधियां 12 घंटे के भीतर बंद होनी चाहिए। दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हुआ। आईडीएफ ने अस्पताल में हमास के लड़ाकों को आत्मसमर्पण करने के लिए भी कहा है।
एसोसिएटेड प्रेस और बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार इजरायली टैंक अस्पताल परिसर में हैं। गाजा में अस्पताल के निदेशक मोहम्मद जकाउत ने AP को बताया, “इजरायली टैंक अल-शिफा में चिकित्सा परिसर में प्रवेश कर गए हैं। सुरक्षा बलों ने इमारतों पर धावा बोल दिया। बच्चों समेत मरीज़ डरे हुए हैं। वे चिल्ला रहे हैं। यह बहुत भयावह स्थिति है। हम मरीज़ों के लिए प्रार्थना करने के अलावा कुछ नहीं कर सकते।”
संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि कम से कम 2,300 मरीज, कर्मचारी और विस्थापित नागरिक अस्पताल के अंदर हैं। वे कई दिनों की भीषण लड़ाई और हवाई बमबारी में फंसे हुए हैं। वहां के चिकित्सा कर्मचारियों के अनुसार,”अल-शिफा अस्पताल मंगलवार तक 36 बच्चों की देखभाल कर रहा था। अल-शिफा अस्पताल में वीकेंड में जनरेटरों के लिए ईंधन खत्म हो जाने के कारण समय से पहले जन्मे तीन बच्चों की पहले ही मौत हो चुकी है।”
इजरायल और अमेरिका दोनों ने कहा है कि हमास के आतंकी सुरंगों का उपयोग करके कमांड पोस्ट और बंधकों को छिपाने के लिए गाजा के अस्पतालों का उपयोग कर रहे हैं। हमास ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पर अल-शिफा अस्पताल में संचालन के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार होने का आरोप लगाया है। हमास ने एक बयान में कहा, “हम अल-शिफा चिकित्सा परिसर पर हमले के लिए कब्जे के लिए राष्ट्रपति बाइडेन को पूरी तरह से जिम्मेदार मानते हैं।”