कनाडा के ब्रैम्पटन में दिवाली समारोह के दौरान खालिस्तान समर्थकों की हिंदू भीड़ से झड़प का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो में खालिस्तान के झंडे लिए लोगों का एक ग्रुप दिखाई देता है जिन्हें जमीन से कुछ उठाते और दिवाली मना रहे लोगों पर फेंकते देखा जा सकता है। एक्स पर वीडियो शेयर करने वाले एक सोशल मीडिया यूजर के मुताबिक यह घटना माल्टन के वेस्टवुड मॉल में हुई। बाद में वीडियो में पुलिस भीड़ को पीछे हटने के लिए कहती दिख रही है। कनाडाई मीडिया ने कहा है कि पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
भारत ने कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की बढ़ती गतिविधियों को लेकर अपनी गंभीर चिंताओं से अमेरिका को भी अवगत करवाया है। भारत के स्थायी मिशन के प्रथम सचिव केएस मोहम्मद हुसैन ने पिछले सप्ताह जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए कई सिफारिशें सामने रखीं थीं। जिसमें कनाडा को हिंसा, पूजा स्थलों और नस्लीय अल्पसंख्यकों पर हमलों को रोकने और नफरत के तहत किए गए अपराध पर काबू पाने के लिए कहा गया था।”
खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद कनाडा और भारत के बीच तनाव बढ़ गया था। कनाडा ने निज्जर की हत्या में भारत का हाथ होने का आरोप लगाया था, लेकिन भारत ने कनाडा के सभी आरोपों को झूठा और निराधार बताया था। हालांकि, इसके बाद कनाडा और भारत के रिश्तों में तल्खी बढ़ती हुई नजर आई थी। दोनों देशों ने एक-दूसरे के राजनयिक को भी हटा दिया था।
कहा गया था कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर आतंकी हमले की साजिश रच रहा था। इसके लिए उसने बाकायदा पाकिस्तान में खतरनाक हथियारों की ट्रेनिंग ली थी। आतंकवादी घोषित करने से छह साल पहले 2014 में भारत ने खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर के खिलाफ एक इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस (आरसीएन) जारी किया था।