उत्तराखंड के उत्तरकाशी में टनल में फंसे मजदूरों को लेकर अच्छी खबर आई है। उत्तर काशी के सर्किल ऑफिसर प्रशांत कुमार ने बताया कि सुरंग के अंदर 40 लोग फंसे हुए हैं, उनसे संपर्क हो गया है। ये सभी लोग सुरक्षित हैं और उनतक पाइप लान के जरिए ऑक्सीजन और पानी पहुंचाया जा रहा है।
उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में बताया कि हमने टनल में फंसे लोगों से कल संपर्क स्थापित कर लिया था। हमने 15 मीटर टनल खोद दी है और करीब 35 मीटर बाकी है। सभी सेफ हैं और उन तक ऑक्सीजन व पानी पहुंचाया जा रहा है। हम साइड वे तैयार करके टनल के भीतर जा रहे हैं।
रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे प्रांतीय रक्षा दल के जवान रणवीर सिंह चौहान ने बताया कि ऑपरेशन बहुत स्पीड से चल रहा है। लोग लगे हुए हैं, कंपनी काम कर रही है। प्रशासन भी हमारे साथ खड़ा है। अभी हम अंदर गए थे, वहां सेफ्टी वालों का मजदूरों से संपर्क हुआ है।
VIDEO | Uttarkashi tunnel collapse: “We have been able to communicate with the 40 people who are trapped inside the tunnel. They have informed us that all of them are safe,” says an official.#Uttkarshitunnelcollapse pic.twitter.com/TAqx1bYUQD
उन्होने बताया, “पता चला है कि टनल में फंसे मजदूरों ने उनसे कहा है कि खाद्य सामग्री न भेंजे, हवा भेजें… यहां पर इतनी ज्यादा गर्मी हो गई है कि हम लोगों को बहुत ज्यादा गर्म हो गया है। उसके बाद उन्होंने यह भी कहा है कि हमारी साइड से टूट रहा है। वर्तमान में हम 205 मीटर पर हैं, वो लोग 270 मीटर पर हैं। 50, 60 मीटर खोदने के लिए बाकी हैं।”
जिस टनल में मजदूर फंसे हुए हैं वह ब्रह्मखाल-यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर है। यह टनल चार धाम के लिए बनाए जा रहे ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट का एक हिस्सा है। डिस्ट्रिक्ट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर के अनुसार, टनल में फंसे हुए मजदूर बिहार, झारखंड, यूपी, वेस्ट बंगाल, ओडिशा, उत्तारखंड और हिमाचल प्रदेश से संबंध रखते हैं।
इस समय मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए NDRF, SDRF, ITBP, BRO के करिए 160 कर्मी जुटे हुए हैं। पीएम नरेंद्र मोदी भी राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी से स्थिति की जानकारी ले चुके हैं। राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर X के माध्यम से कहा, “उत्तरकाशी के सिल्क्यारा के पास टनल निर्माण के समय हुई दुर्घटना में फंसे श्रमिकों के बचाव हेतु SDRF, NDRF और प्रदेश प्रशासन की टीमें पूरी ताकत से जुटी हुई हैं। स्वयं भी रेस्क्यू ऑपरेशन पर लगातार नजर बनाए रखी है।”