दिवाली की रात पटाखे जलाने के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एयर पॉल्यूशन बढ़ गया है। आसमान में धुंध की मोटी परत छा गईं, जिससे पूरे शहर में भारी प्रदूषण फैल गया है। दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स पहले से ही खराब था। दिल्ली के अलग अलग इलाकों में सड़कों पर घनी धुंध छाई हुई दिखाई दे रही है, जिससे विजिबिलिटी काफी कम हो गई है। 100 मीटर से आगे देखना भी मुश्किल हो गया है।
कई इलाकों में AQI ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया और कई दिनों तक जहरीला बना रहा। लेकिन दिवाली के बाद अब यह संभावना है कि दिल्ली में एक बार फिर प्रदूषण के स्तर में वृद्धि देखी जाएगी, जिससे लोगों के लिए मुश्किलें बढ़ जाएंगी। हाल ही में दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली AAP सरकार ने पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया। प्रदूषण के मद्देनजर सरकार ने शहर में खराब हवा से निपटने के लिए ‘कृत्रिम बारिश’ पर भी विचार किया।
दिल्ली सरकार के ‘दीया जलाओ, पटाखे नहीं’ अभियान और पटाखों पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों की काफी दिक्कतें होने वाली है।
प्रदूषण से जुड़े पिछले आंकड़े बताते हैं कि अक्टूबर के आखिरी हफ्ते से ही दिल्ली की वायु गुणवत्ता सबसे खराब स्थिति में है। शहर में WHO द्वारा निर्धारित 2.5PM की सीमा से 20 गुना अधिक दर्ज की गई है। इसके कारण सरकार को सभी प्राथमिक कक्षाओं को बंद करने और ट्रकों के प्रवेश को प्रतिबंधित करने का आदेश देना पड़ा है।