केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने शनिवार को बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की इज़रायल का समर्थन करने की नीति को भारत के आधिकारिक रुख के रूप में नहीं गिना जा सकता है। विजयन ने कहा कि भारत को इजरायल के साथ सैन्य और रक्षा अनुबंधों को रोकने की जरूरत है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत को इजरायल द्वारा फिलिस्तीन के खिलाफ हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।
पिनाराई विजयन ने कहा कि हमारी एकजुटता फ़िलिस्तीन के प्रति है। पिनाराई विजयन ने कोझिकोड में एक कार्यक्रम के दौरान कहा, “कृपया इजरायल का समर्थन करने की भाजपा की नीति को भारत के रुख के रूप में न गिनें। भारत को इजराइल के साथ सैन्य और रक्षा अनुबंध बंद करने की जरूरत है। इजराइल द्वारा भारत को फिलिस्तीन के खिलाफ एक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।”
पिनाराई विजयन की यह टिप्पणी गाजा में इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के बीच युद्ध के मद्देनजर आई है। इज़रायल और फिलिस्तीन के हमास आतंकवादी समूह के बीच युद्ध तब शुरू हुआ जब हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायली शहरों पर हमला किया, जिसमें कम से कम 1400 लोग मारे गए।
हमास के हमले के बाद जवाबी कार्रवाई में इजरायल गाजा में सैन्य कार्रवाई कर रहा है। गाजा में हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इजरायली बलों के हवाई हमलों में कम से कम 11,000 फिलिस्तीनी और विदेशी मारे गए हैं। वेस्ट बैंक में भी 180 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं।
भारत (जिसके इज़राइल और प्रमुख अरब देशों दोनों के साथ मजबूत रणनीतिक संबंध हैं) ने हमास द्वारा 7 अक्टूबर के आतंकवादी हमलों के बाद एक सूक्ष्म दृष्टिकोण अपनाने की कोशिश की है। आतंकी हमलों की निंदा करते हुए भारत ने अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करने को कहा है, लेकिन सीधे तौर पर युद्धविराम का आह्वान करने से इनकार कर दिया है।
पिछले हफ्ते विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि भारत ने सभी पक्षों से तनाव कम करने, हिंसा से दूर रहने और दो-राज्य समाधान की दिशा में सीधी शांति वार्ता को जल्द से जल्द फिर से शुरू करने के लिए आग्रह किया है।