कर्नाटक में बीजेपी ने बड़ा दांव चलते हुए पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा के बेटे को राज्य की कमान सौंप दी है। कर्नाटक चुनाव में मिली हार के बाद ये फैसला लिया गया है। जानकारी के लिए बता दें कि इस साल हुए कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस ने प्रचंड जीत दर्ज की थी, उसकी तरफ से बीजेपी को बुरी तरह हरा दिया गया था। उस हार के बाद अब ये पहली बार है जब बीजेपी ने कोई बड़ा कदम उठाया है।
पार्टी द्वारा बीएस येदियुरप्पा के बेटे बी वाई विजेंद्र को राज्य की कमान सौंप दी गई है। अब राज्य में पार्टी को मजबूत करने के लिए बी वाई विजेंद्र को ये बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। बी वाई विजयेंद्र पहले BJYM की कर्नाटक इकाई के महासचिव के रूप में काम कर चुके हैं। साथ ही पेशे से वकील भी हैं। साल 2020 में उनको भाजपा की कर्नाटक इकाई का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया था। विजयेंद्र को हाल ही में विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा की 25 सदस्यीय चुनाव अभियान समिति में नियुक्त किया गया था।
यहां ये समझना जरूरी है कि लंबे समय तक जब बीएस येदियुरप्पा की तबीयत ठीक नहीं थी, तब उनके बेटे ने ही ना सिर्फ उनके क्षेत्र का काम देखा, बल्कि बीजेपी के प्रचार में भी सक्रिय भूमिका निभाई। अब उसी मेहनत का फल उन्हें बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनकर दिया गया है। इस समय विजयेंद्र के सामने कई बड़ी चुनौतियां हैं, उन्हें कर्नाटक में तो मेहनत करनी ही पड़ेगी, इसके साथ-साथ साउथ में कैसे बीजेपी की फिर एंट्री हो, इस पर विचार करना होगा।
असल में कर्नाटक हार बीजेपी के लिए ज्यादा बड़ा झटका इसलिए रही क्योंकि उस वजह से पार्टी का दक्षिण की राजनीति से सफाया हो गया। कर्नाटक एकलौता राज्य था जहां पर बीजेपी ने अपनी सरकार बना रखी थी, लेकिन इस साल मिली हार ने वो भी उससे छीन लिया। ऐसे में अब विजयेंद्र के सामने कई चुनौतियां हैं और कई ऐसे समीकरण हैं जिन्हें संतुलित कर फिर बीजेपी को मजबूत करना है।
पिछली बार के कर्नाटक नतीजों की बात करें तो कांग्रेस के खाते में 136 सीटें गई थीं, वहीं बीजेपी सिर्फ 65 सीटों पर सिमट गई। जेडीएस की बात करें तो उसे तो सिर्फ 19 सीटों से संतुष्ट करना पड़ा था।