गैंस चैंबर बनी दिल्ली राजधानी में वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, पूरी दिल्ली में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है। आनंद विहार में AQI 432, आरके पुरम में 453, पंजाबी बाग में 444 और आईटीओ में 441 रहा दर्ज किया गया। हवा की बिगड़ती गुणवत्ता को देखते हुए दिल्ली सरकार ने बुधवार को सभी स्कूलों की दिसंबर की शीतकालीन छुट्टियों को रीशिड्यूल करते हुए 9 से 18 नवंबर तक कर दिया है।
गाजियाबाद में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है। गौतम बौद्ध नगर के जिला मजिस्ट्रेट मनीष वर्मा ने बुधवार को उद्योगों और बिल्डरों से अपनी साइटों पर प्रदूषण-विरोधी उपायों को बढ़ाने के लिए कहा और सरकारी अधिकारियों को नोएडा और ग्रेटर नोएडा में एनजीटी मानदंडों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
आधिकारिक बयान के अनुसार, सरकारी विभागों के साथ-साथ उद्योगों और बिल्डरों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक के दौरान, वर्मा ने कहा कि अस्पतालों और जेवर में नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को छोड़कर जिले में सभी निर्माण कार्यों पर फिलहाल प्रतिबंध लगा दिया गया है। ग्रेटर नोएडा के कलक्ट्रेट में आयोजित बैठक में सभी डिप्टी कलेक्टर, यातायात पुलिस, स्थानीय प्राधिकरण, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, वन विभाग के अधिकारी समेत अन्य लोग शामिल हुए।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार दिल्ली की वायु गुणवत्ता लगातार ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है।
दिल्ली में प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली के सभी मंत्रियों की बैठक बुलाई है। बैठक आज दिल्ली सचिवालय में होगी। पर्यावरण मंत्री के कार्यालय ने जानकारी दी कि बैठक में वित्त एवं राजस्व मंत्री आतिशी, स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज, परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत, समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद और खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन मौजूद रहेंगे।