भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद निशिकांत दुबे ने बुधवार को कहा कि लोकपाल ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद महुआ मोइत्रा द्वारा कथित भ्रष्टाचार किए जाने की उनकी शिकायत पर उनके (मोइत्रा के) खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जांच का आदेश दिया है। वहीं टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने गुरुवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि लोकसभा की सभी उचित प्रक्रिया और नियम पूरी तरह से विफल हो गए हैं। कैश-फॉर-क्वेरी घोटाले में लोकसभा की एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट तक मीडिया की पहुंच होने का जिक्र करते हुए उन्होंने स्पीकर पर भी लापरवाही का आरोप लगाया है।
Amid bribery allegations probe against her, TMC MP Mahua Moitra says, “Have not received any replies from my previous letter to Hon’ble Lok Sabha Speaker but am placing this on record anyway.” pic.twitter.com/rweUZy7JHf
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने स्पीकर ओम बिड़ला को लिखे पत्र में कहा, “स्पष्ट रूप से लोकसभा की सभी उचित प्रक्रिया और नियम पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं। आपकी निष्क्रियता और मेरी पिछली शिकायतों पर प्रतिक्रिया की कमी भी दुर्भाग्यपूर्ण है।” पत्र में उन्होंने लिखा कि अडाणी समूह के स्वामित्व वाले एक चैनल के पास मसौदा रिपोर्ट तक पहुंच गयी है जो लोकसभा में प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियमों में निहित नियम 275(2) का बहुत गंभीर उल्लंघन था।
उन्होंने लिखा, “यह और भी चौंकाने वाला है क्योंकि जिस मीडिया चैनल के पास रिपोर्ट पहुंची है वह अडाणी समूह के स्वामित्व में है।” मोइत्रा ने कहा कि उन्हें समूह के खिलाफ बोलने के लिए निशाना बनाया जा रहा है।
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा पर रिश्वत के बदले कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के इशारे पर अडाणी समूह को निशाना बनाने के लिए लोकसभा में सवाल पूछने का आरोप लगाया था। इस मामले को लोकसभा की एथिक्स कमेटी देख रही है। कमेटी ने महुआ मोइत्रा से इस मामले को लेकर पूछताछ भी की थी, जिसके बाद टीएमसी सांसद ने कई तरह के आरोप लगाए थे।