लोकसभा चुनाव 2024 से पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव को ‘सेमीफाइनल’ के तौर पर देखा जा रहा है। इन पांच राज्यों में मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसढ़ में बीजेपी और कांग्रेस के बीच में सीधा मुकाबला है। लोकसभा चुनाव की दृष्टि से तीनों ही राज्य बीजेपी और कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण हैं। इन तीनों राज्यों में भले ही चुनाव सीएम और विधायक चुनने के लिए हो रहा हो लेकिन चर्चा पीएम नरेंद्र मोदी की भी जमकर हो रही है।
जबलपुर में चुनावी माहौल को समझने के लिए जब इंडियन एक्सप्रेस की टीम वहां के बाहरी इलाके में एक चाय की दुकान पर पहुंची तो दो बुजुर्ग लोगों के बीच में सियासत पर चर्चा हो रही है। ये दोनों ही नेता पीएम नरेंद्र मोदी की प्रशंसा कर रहे थे। इनमें से एक राजकुमार पटेल कहते हैं कि पहले गांव में पैसा आता था लेकिन बराबर नहीं बांटा जाता था। हमारे पास बैंक अकाउंट्स भी नहीं थे। लेकिन अब पैसा सीधे जन-धन अकाउंट्स में आता है औऱ अब हम मोबाइल पर बैलेंस भी चेक कर सकते हैं।
राजकुमार के साथ बैठे शंकर उनसे सहमित जताते हुए कहते हैं कि देश में मोदी का विकल्प नहीं है। हालांकि जब बात राज्य की होती है तो दोनों के विचार बदले हुए नजर आते हैं। दोनों कहते हैं, “यहां कांटे की टक्कर है।”
इसी तरह एमपी के पड़ोसी छत्तीसगढ़ राज्य में लोकसभा और विधानसभा चुनाव को लेकर लोगों का ओपिनियन बंटा हुआ नजर आता है। लोग अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी वोट देने की बात करते नजर आते हैं लेकिन वर्तमान विधआनसभा चुनाव को लेकर उनकी राय अलग-अलग मालूम पड़ती है।
पिछले नौ वर्षों से देश में चल रहा यह ट्रेंड दर्शाता है कि जब से नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी सत्ता में आई है.. उत्तर, मध्य और पश्चिमी भारत में उसका प्रदर्शन निखरा है और उसके वोट शेयर में इजाफा हुआ है लेकिन स्टेट लेवल पर उसका प्रदर्शन औसत दर्जे का रहा है।
छत्तीसगढ़ की हाई प्रोफाइल पाटन विधानसभा सीट, जहां से सीएम भूपेश बघेल चुनाव लड़ रहे हैं, वहां कहा जा रहा है, “यहां भूपेश, वहां मोदी”। और इस बारे में जब सवाल किया जाता है तो लोग कहते हैं, “सारी दुनिया मोदी की तरफ देख रहे हैं और उन्होंने देश का नाम ऊंचा किया है।”
मध्य प्रदेश की जुन्नारदेव विधानसभा क्षेत्र के तन्ना तहसील के युवा निवासी संदीप का कहना है कि राज्य में BJP हार सकती है, लेकिन मोदी निश्चित रूप से 2024 का लोकसभा चुनाव जीतेंगे। वह इसकी वजह आतंकी हमलों में कमी और अयोध्या के राम मंदिर को बताते हैं।
उत्तरी छत्तीसगढ़ और एमपी के महाकोशल क्षेत्र में बीते आठ दिनों में जगह-जगह ऐसा सुनने को मिलता है… इसके पीछे की वजहें अलग-अलग हो सकती हैं। यहां एकमात्र अपवाद जबलपुर के अमित अग्रवाल हैं, जो कहते हैं कि एमपी विधानसभा चुनाव के नतीजे लोकसभा चुनाव की दिशा तय करेंगे।
एमपी और छत्तीसगढ़ में जब बात 2024 की होती है तो सिर्फ पीएम नरेंद्र मोदी का ही नाम नहीं लिया जाता, यहां एक अन्य ट्रेंड साफ महसूस किया जा सकता है कि लोग इस दौरान यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की भी चर्चा करते हैं। ज्यादातर लोग या तो राष्ट्रीय राजनीति को लेकर उनकी चर्चा करते हैं या फिर उनकी तुलना अपने राज्य के सीएम से करते हैं। योगी के सपोर्टर कानून और व्यवस्था पर उनकी “कठोर” छवि का हवाला देते हैं – बुलडोजर की तैनाती और “मुठभेड़ों” में कथित अपराधियों के मारे जाने की बातें करते हैं।
यहां छत्तीसगढ़ के कवर्धा का एक वोटर प्रशंसा के संकेत के रूप में BJP उम्मीदवार विजय शर्मा की तुलना योगी से करता है। विजय शर्मा एक साल पहले यहां सांप्रदायिक झड़प में आरोपी थे तो वहीं दूसरी तरफ पाटन में एक अन्य वोटर कहता है कि सीएम की सीट होने के बाद भी स्थानीय प्रशासन का रवैया गैर जिम्मेदारी से भरा था। अगर यह यूपी होता तो योगी आदित्यनाथ ने दोषी अधिकारियों को सबक सिखाने के लिए “बुलडोजर चलवा दिया होता”।
इसी तरह जबलपुर में कानपुर के गैंगस्टर विकास दुबे का एनकाउंटर आज भी चर्चा का विषय है। चर्चा खास तौर पर इस बात की होती कि कैसे विकास दुबे को एमपी में गिरफ्तारी के बाद यूपी ले जाया जाता है और यह हादसा हो जाता है। जबलपुर के एक निवासी कहते हैं, “यहां से बच गया पर वहां गाड़ी पलट गई।”
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ निश्चित ही पीएम नरेंद्र मोदी के बात आते हैं लेकिन लोगों की नजर में नेशनल लेवल पर वह बीजेपी में अन्य सभी से आगे हैं। पीएम मोदी क्यों सबसे आगे हैं इसकी एक झलक उनकी रैलियों की संख्या भी स्पष्ट कर देती है। बीजेपी सूत्रों की मानें वो कुल 14 रैलियों को संबोधित करेंगे। छत्तीसगढ़ में वह पहले ही सात रैलियां कर चुके हैं। यहां चुनाव का दूसरा फेज अभी एक हफ्ते दूर है। योगी आदित्यनाथ अभी तक छत्तीसगढ़ में तीन-चार रैलियों को संबोधित कर चुके हैं और एमपी बीजेपी भी उनकी रैलियां तय कर रही है।
पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्नाथ के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी चीफ जेपी नड्डा और असम के सीएम हिमंता बिश्वा सरमा बीजेपी के स्टार कैंपेनर्स में से एक हैं। एमपी और छत्तीसगढ़ में स्टेट लेवल पर सिर्फ शिवराज और भूपेश बघेल ही मैटर करते हैं। दोनों ही राज्यों में कोई अन्य नाम सामने नहीं आया है।
मध्य प्रदेश में नरसिंहपुर के पास गोटेगांव विधानसभा क्षेत्र के बलराज पटेल इसे संक्षेप में कहते हैं, “मोदी जी और मोदी के बाद योगी जी… 100%… कई नेता हैं, लेकिन हर जगह लोग योगी जी को पसंद करते हैं… वे भगवान राम को लाए; हम उन्हें सत्ता में लाएंगे।”