मध्य प्रदेश में जैसे-जैसे चुनाव की तारीख निकट आ रही है, वैसे-वैसे नेताओं की सियासी बयानबाजी भी तेज हो चली है। बुधवार को एमपी के खांडवा में प्रचार करने पहुंचे असम के सीएम किसी भी समुदाय का नाम लिए बिना कांग्रेस पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया। उन्होंने यहां एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि गलती से भी कांग्रेस को वोट नहीं दीजिए, कांग्रेस को वोट देने का मतलब देश के बाबर लोगों को बढ़ावा देना है।
चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए असम के सीएम ने कहा कि अगर आप कांग्रेस को वोट देते हैं तो औरंगजेब लोगों को विटामिन मिलता है। इस जगह पर अगर कांग्रेस जीतती है तो देश के बाबर और औरंगजेब देश के कोने-कोने में हमारे लोगों के ऊपर अत्याचार शुरू कर देते हैं।
हिमंता बिश्व सरमा यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस जीती, कर्नाटक में रोज क्या हल्ला होता है आप खुद सुनते रहिए। कहां से बाबर और औरंगजेब लोगों को ऑक्सीजन मिल गया पता नहीं। कांग्रेस के जीतते ही ये लोग हल्ला शुरू कर देते हैं… इसलिए भाइयों और बहनों, कांग्रेस का हिंदुत्व हमको ठुकराना है। कांग्रेस को हमको वोट नहीं देना है।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी BJP पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल की नीति सरकारी कंपनियों का नियंत्रण उद्योगपतियों को सौंपने की है। उन्होंने यह भी कहा कि IIM और AIIMS जैसे संस्थानों की स्थापना के पीछे देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का विचार देश को आगे ले जाना था। उन्होंने आरोप लगाया, ”लेकिन सरकार द्वारा संचालित कंपनियों को उद्योगपतियों को सौंपना और लोगों की जेब से पैसा निकालना BJP की नीति बन गई है।”
उन्होंने कहा, “पीएम मोदी कहते हैं कि पिछले 70 साल में कुछ नहीं हुआ… जिस स्कूल में मोदी जी पढ़ते थे, वह कांग्रेस ने बनवाया था… मुझे नहीं पता कि मोदी जी कॉलेज गए थे या नहीं, लेकिन कम से कम उनकी डिग्री का प्रमाणपत्र (संपूर्ण राजनीति विज्ञान में) कांग्रेस द्वारा दिए गए कंप्यूटर से मुद्रित किया गया होगा।”