इजरायल और हमास के बीच जारी जंग से गाजा के लोगों का जीवन बुरी तरह तबाह हो रहा है। इजरायल ने गाजा शहर की घेराबंदी कर ली है और तटीय पट्टी को दो हिस्सों में बांट दिया है। रविवार को गाजा की संचार सेवा फिर ठप हो गई। इससे संकट और गहरा गया है। इजरायली सेना के रियर एडमिरल डेनियर हैगारी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अब उत्तर गाजा और दक्षिण गाजा को विभाजित किया गया है।’’ उन्होंने इसे गाजा पर कब्जा जमाए हमास के आतंकवादियों के खिलाफ इजरायल के युद्ध में ‘‘अहम चरण’’ कहा। इजरायली मीडिया के अनुसार, अगले 48 घंटों में सेना गाजा पट्टी में घुस सकती है।
इस बीच इजरायल-हमास संघर्ष पर अपनी पश्चिम एशिया कूटनीति के तहत अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने रविवार को कब्जे वाले वेस्ट बैंक के रामल्ला का दौरा किया और फलस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास से मुलाकात की। इजरायल में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ बातचीत करने के बाद, ब्लिंकन ने शनिवार को जॉर्डन में अरब देशों के विदेश मंत्रियों से मुलाकात की। नेतन्याहू ने जोर देकर कहा कि जब तक हमास द्वारा बंधक बनाए गए सभी बंधकों को रिहा नहीं किया जाता, तब तक कोई अस्थायी संघर्ष-विराम नहीं हो सकता।
अमेरिका ने आम नागरिकों को राहत देने के लिए इजरायल से कुछ वक्त के लिए हमले रोकने की अपील की थी, लेकिन इजरायल का कहना है कि वह गाजा में हमास शासकों को कुचलने के लिए अपने हमले जारी रखेगा। ब्लिंकन ने वेस्ट बैंक में अब्बास से ऐसे वक्त में मुलाकात की जब उसी दिन इजरायली विमानों ने गाजा में दो शरणार्थी शिविरों पर बमबारी की जिसमें कम से कम 53 लोगों की मौत हो गयी।
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने रविवार को वेस्ट बैंक में फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास को आश्वस्त करने की कोशिश की कि अमेरिकी प्रशासन गाजा के नागरिकों की स्थिति में सुधार लाने के प्रयास तेज कर रहा है। उन्होंने जोर दिया कि संघर्ष के बाद क्षेत्र में जो भी होगा, उसमें फलस्तीनियों की मुख्य भूमिका होनी चाहिए। बाद में ब्लिंकन इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी के साथ बातचीत करने के लिए बगदाद रवाना हो गए।
इराक और अन्य स्थानों पर ईरान समर्थित मिलिशिया के क्षेत्र में अमेरिकी बलों पर हमले बढ़ रहे हैं। बाद में ब्लिंकन तुर्किये रवाना हो गए। बिना किसी पूर्व घोषणा के ब्लिंकन ने कड़ी सुरक्षा के बीच बख्तरबंद वाहनों से रामल्ला की यात्रा की। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा के नागरिकों तक मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए युद्धविराम के अमेरिकी प्रस्ताव पर विचार करने से इनकार कर दिया है।
रविवार को उत्तरी गाजा में रात भर जोरदार विस्फोट होते रहे। इजरायल के युद्धक विमानों ने रविवार को दो शरणार्थी शिविरों पर हमला किया, जिसमें कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
‘नेटब्लॉक्सडॉटओआरजी’ और फलस्तीनी दूरसंचार कंपनी पालटेल ने गाजा में ‘‘कनेक्टिविटी’’ ठप होने की जानकारी दी। इससे सैन्य अभियान के नए चरण की जानकारी लोगों तक पहुंचाना जटिल हो गया है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। कुछ दिन पहले भी गाजा में शुरू में 36 घंटे और बाद में कुछ घंटे संचार सेवा ठप रही।
गाजा में हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजरायल-हमास युद्ध में मारे गए फलस्तीनियों की संख्या बढ़कर 9,700 हो गई है। इजरायल में 1,400 से अधिक लोगों की मौत हुई है। इनमें से अधिकतर लोगों की मौत सात अक्टूबर को हमास के शुरुआती हमलों में हुई। इन्हीं हमलों के बाद से यह युद्ध शुरू हुआ। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि रविवार तड़के मध्य गाजा के मघाजी शरणार्थी शिविर पर हुए हवाई हमले में कम से कम 40 लोग मारे गए और 34 लोग घायल हो गए।