पाकिस्तान में हालात बद से बदतर हो चले हैं, पहले सिर्फ महंगाई और कर्ज से ही जनता त्राहिमाम कर रही थी, अब भुखमरी की स्थिति भी बनती दिख ही है। हालात को काबू में करने के लिए पाकिस्तान की सेना ने ही मदद करने की ठानी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी सेना अब खेतीबाड़ी में लगने वाली है। पाकिस्तान के दक्षिण वज़ीरिस्तान के ज़र्मलम क्षेत्र में सेना 41000 एकड़ जमीन पर खेती करने जा रही है।
बताया जा रहा है कि शुरुआत में सेना द्वारा सिर्फ 1000 एकड़ जमीन पर ही खेती की जाएगी, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 41 हजार एकड़ कर दिया जाएगा। इसके पीछे का तर्क ये दिया जा रहा है कि समय के साथ खाद्य आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा। सेना को तो ऐसा भी लगता है कि अनाज उगाकर वो विदेशी मुद्रा भंडार को भी बढ़ा पाएगी। असल में सेना को लगता है कि अनाज उगाने से पानी की बड़ी बचत होगी. उससे कई चीजें जो काफी महंगी हो चुकी हैं, उस पर ब्रेक लगेगा।
वैसे ये जरूर कहा जा रहा है कि पाकिस्तान की सेना जो ये खेती करने जा रही है, इसमें जमीन का मालिकाना हक वहां की प्रांतीय सरकार के पास ही रहने वाला है। ये भी कहा गया है कि मिलिट्री को किसी तरह का कोई प्रॉफिट नहीं मिलने वाला है। बताया जा रहा है कि 30 साल के अंतराल में पाकिस्तान की सेना अनाज के अलावा गन्ना, कॉटन, गेहूं उगाने जा रही है। इसके अलावा सब्जियों और फल की भी खेती होने जा रही है।
जानकारी के लिए बता दें कि पाकिस्तान का खैबर पख्तूनख्वा इलाका सबसे गरीब माना जाता है। वहां पर बड़े स्तर पर स्थानीय आबादी का विस्थापन हुआ था जिस वजह से कई क्षेत्रों पर उसका असर पड़ा। अब उस प्रभाव को कम करने के लिए ही सेना ये बड़ी पहल करने जा रही है। बताया जाता है कि पाकिस्तान की सेना कई दूसरे व्यापारों में भी सम्मलित रहती है।