बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि पार्टी सत्ता में रहकर ‘सत्ता का खेल’ खेल रही है। उन्होंने शनिवार को मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ सट्टेबाजी के माध्यम से पैसे लेने के आरोपों पर सफाई मांगी।
दरअसल प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को दावा किया था कि फॉरेंसिक विश्लेषण और पैसे का लेन-देन करने वाले एक व्यक्ति के बयान में “चौंकाने वाले आरोप” सामने आए हैं बयान में उसने कहा कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रवर्तकों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अब तक 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया है।
स्मृति ईरानी ने 500 करोड़ रुपये से अधिक के रिश्वत लेने के आरोपों को लेकर उन पर निशाना साधा और कहा कि पार्टी चुनाव प्रचार अभियान की फंडिंग के लिए अवैध सट्टेबाजी में शामिल लोगों के हवाला के माध्यम से लाए गए धन का उपयोग कर रही है। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि सीएम भूपेश बघेल लोगों के समर्थन से नहीं, बल्कि हवाला और सट्टेबाजी में शामिल लोगों की मदद से चुनाव लड़ रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश के चुनावी इतिहास में लोगों ने पहले कभी इस प्रकार के सबूत नहीं देखे।
ईरानी ने मीडिया के माध्यम से सीएम बघेल से सवाल पूछा कि क्या यह सत्य है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के नेताओं को शुभम सोनी के माध्यम से असीम दास पैसा पहुंचाते थे? क्या ये सत्य है कि शुभम सोनी के एक वॉइस मैसेज के माध्यम से असीम दास को ये आदेश दिया गया कि वो रायपुर जाएं और भूपेश बघेल को चुनाव के खर्चे के लिए पैसा दें?
दूसरी ओर, मुख्यमंत्री ने बीजेपी पर सात और 17 नवंबर को राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें निशाना बनाने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। ईरानी ने इसके जवाब में कहा कि प्रवर्तन निदेशालय की जांच छत्तीसगढ़ के साथ-साथ आंध्र प्रदेश पुलिस की जांच रिपोर्ट पर आधारित है।
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के आरोपों पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, “जब भी चुनाव होते हैं तो भाजपा के लिए मुख्य हथियार प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी और इनकम टैक्स जैसी एजेंसियां बन जाती है। हमने कर्नाटक चुनाव में देखा कि चुनाव के दौरान ही उन्होंने 100 से ज्यादा कांग्रेस उम्मीदवारों पर रेड की… अब मिजोरम समेत सभी 5 राज्यों में जनता का मूड बिल्कुल साफ है। सभी राज्यों में कांग्रेस सरकार बनाने जा रही है…उनके पास एक ही हथियार ईडी है। छत्तीसगढ़ और राजस्थान दोनों में हमारी सरकार लोकप्रिय है और योजनाएं आम लोगों तक पहुंच रही हैं… लेकिन उनका एक ही लक्ष्य है, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के मुख्यमंत्री की छवि को नुकसान पहुंचाना है।”
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव ने कहा, “उनके पास अगर कोई जानकारी और सबूत है तो सामने क्यों नहीं रखती, आरोप क्यों लगा रही हैं। उनके पास जानकारी है और वे सामने नहीं रख रही हैं तो वे भी सहभागी हैं क्या?… यह वही ईडी है जिसके अधिकारियों के घरों में भारी मात्रा में पैसा मिला है… हम उम्मीद कर रहे थे कि चुनाव से ठीक पहले ऐसा होगा। यह अप्रत्याशित नहीं है। जब वे चुनाव हारने वाले हैं तो ये बातें सामने ला रहे हैं…यहां तक कि ईडी की प्रेस रिलीज में भी कोई तथ्य नहीं है… कौन से लोग देश में चुनी सरकारों को गिराते हैं और ऑपरेशन लोटस करते हैं ये सभी जानते हैं।”
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने कहा, “ये एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है। ये प्रतिशोध की राजनीति है। ये इसलिए अपनाया जा रहा है, क्योंकि बीजेपी की हार बिल्कुल निश्चित है। दोनों राज्यों में भरोसा बरकरार है, फिर से कांग्रेस सरकार है।”