राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के हिस्सों में पिछले कई दिनों से प्रदूषण की समस्या से जूझ रहे लोगों को राहत की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है। शुक्रवार की रात हवा की अपेक्षाकृत बेहतर गति के कारण रात भर में दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर मामूली रूप कम हुआ है। हालांकि जहरीले पीएम 2.5 की सांद्रता विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा निर्धारित सीमा से अब भी 80 गुना अधिक है। इसकी वजह से सुबह सैर करने वालों का घरों से बाहर निकलना बंद हो गया है। बच्चे भी पार्क में नहीं खेल रहे हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत सांस रोगियों की है। घरों के अंदर भी वे बेचैनी महसूस कर रहे हैं।
शनिवार को लगातार पांचवें दिन शहर में घनी जहरीली धुंध छाई रही, डॉक्टरों ने चिंता व्यक्त की कि वायु प्रदूषण के कारण बच्चों और बुजुर्गों में श्वसन और आंखों की समस्याएं बढ़ रही हैं।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार दिल्ली में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है। शनिवार सुबह आनंद विहार इलाके में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 448, जहांगीरपुरी में 421, द्वारका सेक्टर-8 में 435 और आईजीआई एयरपोर्ट (टर्मिनल 3) के आसपास 421 दर्ज़ किया गया। आनंद विहार इलाके में AQI दिल्ली में सबसे खराब स्थिति में पहुंचने के बाद दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आनंद विहार बस डिपो का जायजा लिया।
दिल्ली वायु प्रदूषण पर नेशनल क्लाइमेट एक्शन कमेटी के अध्यक्ष डॉ. नरेश त्यागी ने कहा, “दिल्ली में प्रदूषण की समस्या बढ़ती जा रही है, यह समस्या हर साल होती है… प्रदूषण को कम करने के लिए सबको अपने व्यवहार में बदलाव करने की ज़रूरत है।”
पीएम2.5 की सांद्रता, श्वसन प्रणाली में गहराई तक प्रवेश करने और स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ाने में सक्षम सूक्ष्म कण, पूरे दिल्ली-एनसीआर में कई स्थानों पर सरकार द्वारा निर्धारित 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर की सुरक्षित सीमा से सात से आठ गुना अधिक है। यह विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा तय सीमा (5 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर) से 80 से 100 गुना अधिक है।
तापमान के कम होने से प्रदूषण को रोकने वाली हवाएं धीमी हो गई हैं तथा पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने में बढ़ोतरी के कारण पिछले सप्ताह दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता में गिरावट आई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों से पता चलता है कि दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 27 अक्टूबर से 3 नवंबर के बीच 200 अंक से अधिक बढ़ गया, जो शुक्रवार को “गंभीर प्लस” श्रेणी (450 से ऊपर) में पहुंच गया।
हालांकि, AQI शुक्रवार शाम 4 बजे 468 से थोड़ा सुधरकर शनिवार सुबह 6 बजे 413 हो गया। शुक्रवार का 24 घंटे का औसत AQI (468) 12 नवंबर 2021 को दर्ज किए गए 471 के पिछले उच्च स्तर के बाद से सबसे खराब था।