TMC MP Mahua Moitra: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सांसद महुआ मोइत्रा इन दिनों ‘कैश फॉर क्वेरी’ मामले (कैश लेकर संसद में सवाल पूछने) में फंसी हैं। गुरुवार का दिन महुआ के लिए काफी महत्वपूर्ण रहा। महुआ गुरुवार को ‘कैश फॉर क्वेरी’ मामले में लोकसभा की एथिक्स कमेटी के सामने पेश हुईं। इस दौरान उनसे कारोबारी दर्शन हीरानंदानी को अपने संसदीय लॉगिन-आईडी देने को लेकर सवाल पूछा गया। इसके बदले मिले पैसे को लेकर सवाल किए गए।
महुआ ने आरोप लगाया है कि एथिक्स कमेटी ने उनसे कई सवाल पूछे। जिनमें कुछ आपत्तिजनक भी थे। महुआ से पूछा गया कि रात में वह किससे बात करती हैं। इस तरह के सवालों से परेशान होकर एथिक्स कमेटी में शामिल विपक्षी सांसदों ने वॉकआउट कर दिया। इन सबके बीच महुआ पर ‘कैश फॉर क्वेरी’ का आरोप लगाने वाले भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि विपक्षी सांसदों का वॉकआउट करना महुआ के मामले से ध्यान भटकाने की कोशिश है।
टीएमसी सांसद मोइत्रा गुरुवार सुबह लोकसभा की एथिक्स कमेटी के सामने पेश हुईं। एथिक्स कमेटी की अध्यक्षता भाजपा सांसद विनोद कुमार सोनकर के पास थी। इस समिति में भाजपा और विपक्ष के सांसद शामिल थे। कमेटी में पांच सांसद विपक्ष के थे। ममता की सांसद महुआ सुबह 11 बजे एथिक्स कमेटी के पास पहुंची। महुआ को इस दौरान तीन बैग के साथ आते देखा गया।
महुआ मोइत्रा से एथिक्स कमेटी ने करीब एक घंटे तक सवाल-जवाब किया। इस दौरान महुआ एथिक्स कमेटी के सवालों से नाराज होकर जल्द ही वहां से बाहर निकल गईं। महुआ को इस दौरान विपक्ष के सांसदों का सपोर्ट मिला। कांग्रेस सांसद और समिति के सदस्य एन उत्तम कुमार रेड्डी और बसपा के दानिश अली सहित पांचों विपक्षी सांसदों ने महुआ के साथ कमेटी से वॉकआउट कर दिया।
महुआ मोइत्रा ने आरोप लगाया कि एथिक्स कमेटी के सामने पेशी के दौरान उनसे अपमानजनक सवाल पूछे गए। उन्होंने कहा कि उनकी निजी जिंदगी को लेकर अप्रासंगिक जानकारी मांगी गई। महुआ ने कहा कि एथिक्स कमेटी के भीतर हुई बातों को सार्वजनिक नहीं करना होता है, मगर वह ऐसा इसलिए कर रही हैं, क्योंकि उन्हें मुहावरे की भाषा में वस्त्रहरण का सामना करना पड़ा।
टीएमसी सांसद ने कहा, ‘कमेटी के अध्यक्ष ने मेरी निजी जिंदगी के बारे में सबसे निचले स्तर के अशोभनीय सवाल पूछने पर जोर दिया। उन्होंने पूछा कि आप रात में किससे बात करती हैं, कितनी बार करती हैं, क्या आप मुझे कॉल डिटेल्स दे सकती हैं। उन्होंने बताया कि उनसे पूछा गया कि क्या आप एक्स के साथ किसी होटल में गई थीं, क्या आप लोग वहां रुके थे, पिछले पांच साल में आपने क्या किया।’
विपक्ष के सांसदों में कांग्रेस के एन उत्तम कुमार रेड्डी, बसपा के दानिश अली और जेडी (यू) के गिरधारी यादव सहित विपक्षी सदस्यों ने कमेटी के अध्यक्ष सोनकर को निशाना साधा। कांग्रेस सांसद एन उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा कि महिला सांसद से निजी सवालों को पूछा गया। रेड्डी ने आरोप लगाया कि यह हास्यास्पद कवायद। हमें उनसे पूछे गए सवाल अशोभनीय और अनैतिक लगे। सोनकर किसी के इशारे पर काम कर रहे थे। दानिश अली ने अशोभनीय और अनैतिक सवालों को लेकर कमेटी के प्रमुख पर हमला बोला।
एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष विनोद कुमार सोनकर ने कहा,’विपक्षी सांसद इसलिए आरोप लगा रहे हैं, ताकि टीएमसी सांसद को इस मामले में बचाया जा सके। उन्होंने महुआ संग विपक्षी सांसदों के बाहर जाने को गलत ठहराया। वहीं भाजपा सांसद भी अध्यक्ष का बचाव करते हुए दिखे। सोनकर ने कहा कि महुआ से बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी को लेकर ही सवाल किए गए। कमेटी की सदस्य अपराजिता सारंगी ने कहा कि जब मोइत्रा से हीरानंदानी के हलफनामे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने ‘क्रोधित, दंभ भरा और अहंकारी’ व्यवहार किया।
भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि एथिक्स कमेटी की कार्यवाही को लेकर गलत छवि बनाने की कोशिश की जा रही है। दुबे ने कहा कि एथिक्स कमेटी को महुआ से पूछताछ करनी है, लेकिन विपक्ष को इस बात को लेकर परेशानी हो रही है कि कमेटी का नेतृत्व एक ओबीसी सदस्य के पास है। वे इस बात को पचा नहीं पा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनके जरिए दिए गए सबूतों के आधार पर महुआ को कोई ताकत नहीं बचा सकती है।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद एथिक्स कमेटी ने 4 घंटे से ज्यादा समय तक बैठक की है। अब कमेटी अपनी सिफारिशों को तैयार कर अगली बैठक में एक रिपोर्ट स्वीकार करेगी। अभी तक ये तय नहीं हुआ है कि अगली बैठक कब होगी, लेकिन ये साफ हो गया है कि महुआ के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश कमेटी की तरफ से की जाने वाली है। समिति ने महुआ के शब्दों और उनके व्यवहार को गंभीरता से लिया है।