कनाडा छोड़ने वाले प्रवासियों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि देखी गई है। इंस्टीट्यूट ऑफ कैनेडियन सिटिजनशिप और कॉन्फ्रेंस बोर्ड ऑफ कनाडा ने एक अध्ययन किया, जिसमे पता चला कि वर्ष 2019 में कनाडा छोड़ने वाले प्रवासियों की संख्या में वृद्धि हुई है। अध्ययन से पता चला कि स्थायी नागरिकता प्राप्त करने वाले लगभग 0.9 प्रतिशत लोग हर साल देश छोड़ देते हैं।
हालांकि 2019 में यह बढ़कर 1.18 प्रतिशत हो गया। वर्ष 2019 में लगभग 67,000 प्रवासियों ने अपने देश वापस जाने या किसी नए देश में बसने का विकल्प चुना जबकि 2017 में यह संख्या 60,000 थी। अध्ययन के मुताबिक प्रवासियों की अपेक्षाओं को पूरा करने में कनाडाई सरकार की विफलता के कारण यह प्रतिशत बढ़ा है। इसमें इस बात पर भी जोर डाला गया है कि कैसे प्रवासियों के बीच मोहभंग उस देश की ग्रोथ को भी धीमा कर सकता है।
प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की सरकार बढ़ती आबादी की आर्थिक गिरावट को रोकने के लिए तेजी से अधिक श्रमिकों को जोड़ने के लिए प्रवासन का उपयोग कर रही है। लेकिन हाल के वर्षों में रिकॉर्ड जनसंख्या वृद्धि के कारण आलोचना हुई कि इसकी नीतियों ने मौजूदा आवास की कमी को बढ़ा दिया है और बुनियादी ढांचे और स्वास्थ्य देखभाल जैसी सेवाओं भी ख़राब हुई हैं।
इंस्टीट्यूट फॉर कैनेडियन सिटिजनशिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डैनियल बर्नहार्ड ने कहा कि कनाडा में रहने के लिए उत्साह की कमी, जिसके कारण कुछ नए लोगों द्वारा आगे प्रवासन हुआ। कनाडाई बनने का विकल्प चुनने वाले प्रवासियों में भारी गिरावट के पीछे भी यही कारण है। अगर कनाडा इन मुद्दों को उलट नहीं सकता है और ये महत्वपूर्ण सेवाएं और सामर्थ्य प्रदान नहीं कर सकता है, तो प्रवासी चले जाएंगे।”
डैनियल बर्नहार्ड ने सुझाव दिया कि देश को यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत करने की जरूरत है कि लोग यहां खुश हैं ताकि वे यहां योगदान दें, कनाडाई बनें और साझा सफलता में योगदान दें।