Cybercrime के मामलों में पिछले कुछ महीनों के दौरान काफी तेजी आई है। Call Forwarding Scam एक नया तरीका है जिसे पिछले कुछ समय से साइबर क्रिमिनल्स द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है। ऐसा लगता है कि ये स्कैमर्स ने मोबाइल फोन यूजर्स को जाल में फंसाने का एक नया तरीका खोज निकाला है। क्या आपको कॉल फॉरवर्डिंग स्कैम के बारे में पता है? आपको बताते हैं कि स्कैम का यह तरीका आखिर काम कैसे करता है…
ऑनलाइन क्राइम के इस तरीके में स्कैमर्स आपकी मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटर या फिर इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर के कस्टमर सर्विस एग्जिक्युटिव बनकर कॉल करते हैं। उसके बाद ये फ्रॉड आपे कहेंगे कि आपका अकाउंट हैक हो गया है या फिर आपके सिम कार्ड में कोई दिक्कत है।
फिर आपसे इस समस्या को फटाफट ठीक करने की बात कहकर, फोन से *401* से शुरू होने वाले एक नंबर को डायल करने को कहा जाएगा। बस यहीं से शुरू होता है असली खेल। जैसे ही इस नंबर को आप डायल करेंगे, आपकी कॉल को किसी ऐसे नंबर पर फॉरवर्ड कर दिया जाएगा जो इन फ्रॉड के पास है। इसके बाद ये फ्रॉड आपके दूसरे अकाउंट्स जैसे मैसेजिंग ऐप्स या बैंक अकाउंट में लॉगइन करने की कोशिश करेंगे। अब जबकि कॉल फॉरवर्डिंग इनेबल है तो ये स्कैमर आपकी कॉल को एक्सेस करने के साथ आपके फोन नंबर पर आने वाले OTP को भी रिसीव कर सकते हैं।
बता दें कि इन दिनों साइबर क्रिमिनल्स पहले से ज्यादा हाईटेक हो गए हैं। स्कैम के इस नए तरीके में ये फ्रॉड आपके दूसरे अकाउंट में 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन सेट कर देते हैं जिसके चलते इन अकाउंट का एक्सेस वापस मिलना बहुत मुश्किल हो जाता है।
ध्यान देने वाली बात है कि ये स्कैमर्स इन दिनों इस स्कैम के जरिए लोगों को ठगने के तरीके आजमा रहे हैं। उदाहरण के लिए, ये फ्रॉड फर्जी कॉलर ID का इस्तेमाल कर सकते हैं ताकि ऐसा दिखे कि आपके मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटर से आपको कॉल किया जा रहा है। इसके अलावा, ये क्रिमिनल्स सरकारी एजेंसी या पुलिस बनकर भी आपको फेक कॉल आईडी से फोन कर सकते हैं।
Truecaller पर हमेशा नंबर चेक करें और यह सुनिश्चित करें कि आपका ऐप लेटेस्ट वर्जन पर अपडेट है। Truecaller का इस्तेमाल करके आप कॉल करने वाले व्यक्ति का नंबर चेक कर सकते हैं और जान सकते हैं कि यह पॉपुलर स्कैम नंबर है या नहीं। और इस तरह आप कॉल-फॉरवर्डिंग स्कैम से बच सकते हैं।
ध्यान रहे कि कस्टमर सर्विस एग्जिक्युटिव बनने का दावा करके फोन करने वाले लोगों को लेकर सजग रहें। अगर कोई आपसे, अपने फोन से कोड डायल करने या SMS भेजने को कहे तो मना कर दें। और तब तक ऐसा ना करें जब तक आप इसके प्रतिश एकदम सुनिश्चित ना हों।
कोई भी ऐसी एक्टिविटी जिस पर आपको शक हो, तुरंत उसकी शिकायत करें। आप अपने मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटर और लोकल पुलिस को सूचना दें कि स्कैमर आपको निशाना बनाने की कोशिश में हैं।
ध्यान रहे कि अगर आपके साथ किसी तरह का स्कैम हो भी गया है तो अपने मोबाइल ऑपरेटर से कॉन्टैक्ट करें और यह पता करें कि कॉल फॉरवर्डिंग कैसे रोकी जा सकती है। आमतौर पर, एक कोड के जरिए ही कॉल फॉरवर्डिंग को रोका जा सकता है।