दिल्ली शराब घोटाला मामले में आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ED के सामने पेश नहीं हुए बल्कि उन्होंने एक पत्र लिखकर ED के समन को गैर-कानूनी करार दे दिया। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस मामले को लेकर एक प्रेस कांफ्रेस कर अरविंद केजरीवाल के ED के सामने पेश नहीं होने पर सवाल उठाया और कहा कि वह एजेंसी के सवालों से क्यों भाग रहे हैं? इस दौरान संबित पात्रा ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता कट्टर ईमानदार नहीं है इसीलिए उन्हें जमानत तक नहीं मिल पा रही है।
#WATCH | On Arvind Kejriwal skipping appearing in before ED in Delhi liquor policy case, BJP leader Sambit Patra says, “Today you don’t want to appear before the Enforcement Directorate and ask how in what capacity have you been called?…You have been called by ED as you are the… pic.twitter.com/9fIXSPbSJf
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने अरविंद केजरीवाल के ED के सामने पेश नहीं होने पर कई सवाल खड़े किए। भाजपा प्रवक्ता ने कहा “आज अरविंद केजरीवाल प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश नहीं होना चाहते और लेटर लिख कर पूछ रहे हैं कि उन्हें किस हैसियत से बुलाया गया है। मैं इसका जवाब देता हूं, आपको ईडी ने भ्रष्टाचार का सागर और भ्रष्टाचार का स्रोत मान कर बुलाया है।”
संबित पात्रा ने आगे कहा, “जब सुप्रीम कोर्ट में कहा गया है कि शराब घोटाले में 338 करोड़ रुपये के मनी ट्रेल की बात सामने आई है तो जनता को बताना होगा कि अरविंद केजरीवाल की जांच क्यों नहीं होनी चाहिए? इस घोटाले में 338 करोड़ रुपये का पैसा केवल शुरुआत का एक हिस्सा है, करप्शन इससे भी ज्यादा हुआ है।”
संबित पात्रा ने मनीष सिसौदिया को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जिक्र भी किया। भाजपा प्रवक्ता ने कहा,”तीन दिन पहले ही मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने जिस तरह की टिप्पणी का प्रयोग किया है, एक तरह से सुप्रीम कोर्ट ने सिद्ध कर दिया है कि लगभग 380 करोड़ रुपए का मनी ट्रेल तो स्थापित होता है।”