ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल की 535 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है। इससे पहले भी नरेश गोयल पर कार्रवाई हो चुकी है, लेकिन इसे सबसे बड़ा झटका माना जा रहा है। ईडी ने इस कार्रवाई को लेकर एक विस्तृत बयान जारी किया है। बताया गया है कि उनके परिवार के कुछ दूसरे सदस्यों की प्रॉपर्टी पर भी एक्शन लिया गया है।
प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार को कहा कि कथित बैंक ऋण धोखाधड़ी से जुड़ी धन शोधन जांच के तहत जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल, उनके परिवार के सदस्यों और कंपनियों की लंदन, दुबई और भारत में करीब 538 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क की गई हैं। कुर्क की गई संपत्तियों में 17 फ्लैट, बंगले और वाणिज्यिक परिसर शामिल हैं।
संघीय एजेंसी ने एक बयान में कहा कि लंदन, दुबई और भारत के विभिन्न शहरों में स्थित ये संपत्तियां गोयल, उनकी पत्नी अनीता और बेटे निवान के नाम पर हैं। जानकारी के लिए बता दें कि ईडी ने गोयल को एक सितंबर को गिरफ्तार किया था और एजेंसी ने मंगलवार को मुंबई में विशेष धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) अदालत के समक्ष उनके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था।
केस की बात करें तो केनरा बैंक में कथित 538 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में जेट एयरवेज, नरेश गोयल, उनकी पत्नी अनीता और कंपनी के कुछ पूर्व अधिकारियों के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो ने एफआईआर दर्ज की थी। इसके बाद मनी लॉन्ड्रिंग का मामला सामने आया था। आरोप लगाया गया था कि उसने जेट एयरवेज (इंडिया) लिमिटेड (JIL) को 848.86 करोड़ रुपये की क्रेडिट सीमा और लोन मंजूर किए थे, जिसमें से 538.62 करोड़ रुपये बकाया हैं।
बड़ी बात ये रही कि फॉरेंसिक ऑडिट के दौरान सामने आया कि जेट लाइट (इंडिया) लिमिटेड (जेएलएल) के माध्यम से अग्रिम और निवेश करके और बाद में प्रावधान करके उसे बट्टे खाते में डालकर धन की हेराफेरी की गई।