बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना ने डिजिटल माध्यम से दोनों देशों के बीच तीन महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इनमें अगरतला-अखौरा रेल लिंक, खुलना-मोंगला पोर्ट रेल लाइन और बांग्लादेश के रामपाल में मैत्री सुपर थर्मल पावर प्लांट की दूसरी इकाई शामिल हैं।
भारत के उत्तर पूर्व में स्थित अगरतला और बांग्लादेश के पूर्वी छोर पर मौजूद अखौरा के बीच करीब 15 किलोमीटर लंबे अगरतला-अखौरा क्रॉस बॉर्डर रेल लिंक से न सिर्फ दोनों देशों के बीच व्यापार को और ज्यादा बढ़ावा मिलने की उम्मीद है बल्कि ढाका के रास्ते अगरतला और कोलकाता के बीच यात्रा के समय में काफी कमी आएगी।
इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने शेख हसीना से बातचीत में कहा कि यह खुशी की बात है कि हम भारत-बांग्लादेश सहयोग की सफलता का जश्न मनाने के लिए एक बार फिर जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि पिछले नौ साल में हमने साथ मिलकर जो काम किया है, वह दशकों में नहीं हुआ।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले 9 सालों में हमारा व्यापार तीन गुना हो गया है। आज अखौरा – अगरतला रेल लिंक का उद्घाटन ऐतिहासिक क्षण है। यह बांग्लादेश और भारत के उत्तर पूर्वी राज्यों के बीच पहला रेल लिंक है। बांग्लादेश के स्वतंत्रता आंदोलन के दिनों से ही त्रिपुरा का बांग्लादेश से मजबूत रिश्ता रहा है।
अगरतला-अखौरा रेलवे लिंक का इंटरनेशनल इमिग्रेशन सेंटर निश्चिंतपुर में बनाया किया जाएगा। यह भारत-बांग्लादेश सीमा पर भारत का आखिरी रेलवे स्टेशन है। त्रिपुरा बांग्लादेश के साथ 856 किलोमीटर लंबी इंटरनेशनल बॉर्डर शेयर करता है। इसके कुछ हिस्सों पर स्थानीय विवादों के कारण अभी भी बाड़ नहीं लगाई गई है।
पीएम नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने बुधवार को अगरतला-अखौरा क्रॉस बॉर्डर रेल लिंक के अलावा दो और परियोजनाओं का उद्घटान किया। इनमें 65 किलोमीटर लंबी खुलना-मोंगला बंदरगाह रेल लाइन और बांग्लादेश के रामपाल में मैत्री सुपर थर्मल पावर प्लांट की दूसरी इकाई शामिल हैं।