दिल्ली के मुखिया अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ सकती है। राजधानी दिल्ली के कथित शराब घोटाले से जुड़े मामले में ईडी ने उन्हें 2 नवंबर को पेश होने के लिए समन भेजा है। अरविंद केजरीवाल को ईडी का समन मिलने के बाद से आम आदमी पार्टी भविष्य की रणनीति तैयार करने में जुट गई है। AAP बीजेपी पर दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने का षड्यंत्र रचने का आरोप लगा रही है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, AAP जरूरत पड़ने पर केजरीवाल की जगह भरने के लिए रणनीति बनाने पर काम कर रही है। इसके लिए पार्टी ने कुछ भरोसेमंद विधायकों और सलाहकारों से संपर्क किया है। मंगलवार को आम आदमी पार्टी के गोपाल राय, आतिशी, सौरभ भारद्वाज, दिलीप पांडे और संदीप पाठक ने आरोप लगाया कि बीजेपी केजरीवाल को गिरफ्तार कर AAP को खत्म करना चाहती है।
गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली की सत्ता में आने के बाद से ही AAP को खत्म करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। अब बीजेपी के नेता ईडी के जरिए केजरीवाल को गिरफ्तार करने की तैयार कर रहे हैं। मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका खारिज होने के बाद से ही बीजेपी के नेता चिल्ला रहे हैं कि अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया जाएगा।
आम आदमी पार्टी के लिए अरविंद केजरीवाल की जगह अस्थायी तौर पर किसी नेता को चुनना आसान नहीं होगा। उनके डिप्टी रहे मनीष सिसोदिया और राज्य सभा सांसद संजय सिंह पहले ही कथित शराब घोटाले से जुड़े मामले में जेल में हैं। सत्येंद्र जैन मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक अन्य मामले में बेल पर हैं। ऐसे में उनके पास सीमित संख्या में नेता बचते हैं।
यह पहली बार नहीं है कि AAP इस तरह का चिंतन कर रही है। पार्टी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, जब केजरीवाल को सीबीआई ने अप्रैल में बुलाया था, तब पार्टी के सीनियर नेता गोपाल राय औऱ संजय सिंह के नाम की चर्चा हुई थी। सूत्रों ने बताया कि गोपाल राय के नाम की चर्चा इस बार भी हो रही है। उनके अलावा इस बार राम निवास गोयल और आतिशी के नाम पर भी विचार किया गया।
पार्टी के एक सीनियर नेता ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि अंतिम फैसला सीएम ही लेंगे। कई चीजों पर विचार किया जाना बाकी है। इससे पहले कि वह पूछताछ के लिए जाए, कई चीजों को सुलझाना जरूरी है।
गोपाल राय अन्ना आंदोलन के समय से केजरीवाल के साथ हैं। वह दिल्ली में AAP के प्रदेश संयोजक और राजनीतिक मामलों की समिति के सदस्य हैं। 2014 में AAP में शामिल हुए पूर्व BJP MLA राम निवास गोयल दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष हैं जबकि आतिशी के पास इस समय दिल्ली कैबिनेट में सबसे ज्यादा विभाग हैं।
सूत्रों के अनुसार, AAP केजरीवाल की गिरफ्तारी के केस में ग्राउंड सपोर्ट जुटाने की भी कोशिश कर रही है। हालांकि सूत्रों का दावा है कि दिल्ली में सरकार चलाना AAP के लिए बड़ी समस्या नहीं है क्योंकि केजरीवाल के पास कोई भी पोर्टफोलियो नहीं है लेकिन AAP को जोड़े रखना बड़ी समस्या हो सकता है। इस समय दिल्ली में केजरीवाल के AAP के 62 विधायक हैं।
AAP के एक सूत्र ने बताया कि पार्टी के सामने चैलेंज किसी ऐसे व्यक्ति को ढूंढना है जो विधायकों के लिए स्वीकार्य हो और जो कुछ हद तक अधिकार का प्रयोग कर सके क्योंकि अगर CM को गिरफ्तार किया जाता है तो यह AAP के लिए अब तक की सबसे बड़ी चुनौती होगी। उन्होंने कहा कि MLAs को एकजुट रखने की जरूरत है। इस समय पार्टी के सामने आइडल चाइस यह है कि जो व्यक्ति शुरू से ही पार्टी के साथ रहा हो और शीर्ष नेतृत्व उस पर भरोसा करता हो, उसे चुना जाए। यह भी जरूरी है कि केजरीवाल की जगह चुना गया चेहरा दिल्ली की राजनीति को अंदर और बाहर से समझता हो।