केरल के एर्नाकुलम में रविवार को एक कन्वेंशन सेंटर में तीन धमाके हुए। जिस समय यह धमाका हुआ उसे दौरान वहां प्रार्थना चल रही थी और इसमें दो व्यक्ति की मौत हो गई है। धमाके में 41 लोग घायल हैं। धमाके के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से फोन पर बात की। वहीं एनएसजी की एनबीडीएफ टीम भी केरल जाएगी। प्रशासन ने अस्पतालों को पूरी तरह से तैयार रहने के लिए कहा है।
एर्नाकुलम में बम धमाके की जिम्मेदारी डोमिनिक मार्टिन नाम के एक शख्स ने ली है। धमाकों के कुछ घंटे बाद उसने त्रिशूल जिले के कोडकारा पुलिस स्टेशन में सरेंडर किया और कहा कि उसने ही कन्वेंशन सेंटर में बम लगाया था। इस दौरान उसने फेसबुक लाइव करके धमाकों के पीछे की वजह भी बताइ।
मार्टिन ने दावा किया कि वह ईसाई धर्म के यहोवा के साक्षी समूह से संबंधित है, लेकिन उसे यह विचारधारा पसंद नहीं है। वह इस समूह को देश के लिए खतरा मानता है और उसका मानना है कि यह लोग देश के युवाओं के दिमाग में जहर घोल रहे हैं, इसीलिए उसने प्रार्थना सभा के दौरान बम ब्लास्ट किया।
फेसबुक लाइव के दौरान डोमिनिक मार्टिन ने यह भी कहा कि उसे खोजने की जरूरत नहीं है, वह खुद पुलिस के सामने सरेंडर करने जा रहा है। उसने कहा, “मैं यहोवा के साक्षी समूह के उपदेशों से सहमत नहीं हूं, हालांकि मैं उनमें से एक हूं लेकिन उनकी विचारधारा खतरनाक है और देश के युवाओं के लिए घातक है। वह बच्चों के दिमाग में जहर घोलते हैं और झूठ फैलते हैं आज जो कुछ कन्वेंशन सेंटर में हुआ उसकी में पूरी जिम्मेदारी लेता हूं। किसी को मेरी तलाश में आने की जरूरत नहीं है, मैं खुद पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने जा रहा हूं।”
बता दें कि केरल पुलिस ने कंफर्म कर दिया है कि त्रिशूर जिले के कोडकारा पुलिस स्टेशन में सरेंडर करने वाले शख्स का नाम डोमिनिक मार्टिन है। उससे पुलिस हिरासत में पूछताछ की जा रही है लेकिन पूछताछ और जांच के बाद ही कहा जा सकता है कि मार्टिन का हाथ इन बम धमाकों में है या नहीं?