प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आकाशवाणी पर अपने मासिक मन की बात कार्यक्रम के 106वें कड़ी में युवाओं के लिए एक नये अवसर का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि “31 अक्टूबर को एक बहुत बड़े देशव्यापी संगठन की नींव रखी जा रही है और वह भी लौह पुरुष सरदार पटेल साहब की जयंती पर। इस संगठन का नाम है – मेरा युवा भारत, यानी मेरा भारत। मेरा भारत संगठन युवाओं को मौका देगा।” पीएम मोदी ने कहा, भारत विभिन्न राष्ट्र-निर्माण कार्यक्रमों में सक्रिय भूमिका निभाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा भारत संगठन युवाओं को राष्ट्र निर्माण में भागीदार बनाने और विकसित भारत के लिए युवा शक्तियों को एकजुट करने का प्रयास है। उन्होंने युवाओं से MYBHARAT.GOV.IN से जुड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्र निर्माण से जुड़ी विभिन्न योजनाओं में देश के युवाओं को सक्रिय भागीदारी निभाने का अवसर प्रदान करेगा। युवाओं की भूमिका पर बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी क्षमता और ताकत से देश को आगे ले जाने में मदद मिलेगी। साथ ही यह दुनिया भर में हमारी बौद्धिक योग्यता को भी दिखाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि युवाओं के लिए यह एक ऐसा अवसर होगा, जिसमें वे अपनी कौशल क्षमता का और निखारने और उसका उपयोग करने का अवसर पाएंगे। इससे दोहरा फायदा होगा। एक तो राष्ट्र निर्माण में वे भागीदार बनेंगे, दूसरे उनके स्वयं के विकास में यह मददगार होगा।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से अधिक से अधिक स्थानीय उत्पादों को खरीदने की अपील की और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संकल्प को पूरा करने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने इस महीने की शुरुआत में गांधी जयंती के अवसर पर दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित खादी भंडार में एक ही दिन में डेढ़ करोड़ रुपये से ज्यादा की बिक्री का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘10 साल पहले देश में जहां खादी उत्पादों की बिक्री बड़ी मुश्किल से 30 हजार करोड़ रुपये से भी कम की थी, आज यह बढ़कर सवा लाख करोड़ रुपये के आसपास पहुंच गई है।’’
उन्होंने कहा कि खादी की बिक्री बढ़ने का मतलब है इसका फायदा शहर से लेकर गांव तक में अलग-अलग लोगों तक पहुंचता है। मोदी ने कहा कि इस बिक्री का लाभ बुनकरों, हस्तशिल्प कारीगरों, किसानों, आयुर्वेदिक पौधे लगाने वालों और कुटीर उद्योगों को मिलता है। प्रधानमंत्री ने इसे ‘वोकल फोर लोकल’ अभियान की ‘ताकत’ बताते हुए देशवासियों से आग्रह किया वे जब भी पर्यटन या तीर्थटन पर जाएं, तो वहां के स्थानीय उत्पादों को जरूर खरीदें। उन्होंने लोगों से अपनी यात्रा के कुल बजट के कुछ हिस्से को स्थानीय उत्पादों की खरीदारी के लिए रखने का आग्रह किया।