इजरायल और हमास के बीच पिछले 20 दिनों से संघर्ष जारी है। इस विनाशकारी युद्ध में दोनों तरफ से हजारों लोगों की जान गयी है। इस बीच महाराष्ट्र के ठाणे जिले में पुलिस ने फिलिस्तीन के समर्थन में विरोध प्रदर्शन के चलते 200 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि बुधवार दोपहर मुंब्रा इलाके में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन के लिए सैकड़ों लोग एकत्र हुए थे।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि भारतीय दंड विधान की धारा 188 और महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम के तहत अपराध दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि FIR में 16 आरोपियों की पहचान की गई है। फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है। अधिकारी ने कहा कि एफआईआर के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने फिलिस्तीन के समर्थन में बैनर और नारे लगाए और आयुक्तालय में लागू मनाही के आदेशों का उल्लंघन किया। उन्होंने कहा कि आंदोलन का वीडियो बनाने के लिए ड्रोन कैमरे का भी इस्तेमाल किया गया।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, हमास-शासित गाजा में इजरायली हमलों में 2,900 से अधिक नाबालिगों और 1,500 से अधिक महिलाओं समेत 7,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं। हमास ने सात अक्टूबर को दक्षिणी इजराइल में अप्रत्याशित हमला किया था, जिसके जवाब में इजरायल ने कई विनाशकारी हवाई हमले किए। इजरायल के जवाबी हवाई हमलों के मद्देनजर गाजा में आम नागरिकों की स्थिति को लेकर वैश्विक चिंताएं बढ़ रही हैं। भारत ने 22 अक्टूबर को फिलिस्तीन के लोगों के लिए दवाओं और चिकित्सा उपकरणों सहित 38 टन से अधिक राहत सामग्री भेजी थी।
वहीं, दूसरी ओर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ओमान के अपने समकक्ष बद्र अलबुसैदी से शुक्रवार को बात की और सात अक्टूबर को हमास उग्रवादियों द्वारा इजरायली शहरों पर किए गए अप्रत्याशित हमलों के बाद पश्चिम एशिया में पैदा संकट पर चर्चा की। जयशंकर ने X पर लिखा, ‘‘ओमानी विदेश मंत्री अलबुसैदी के साथ अच्छी बातचीत हुई। हमने द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की और पश्चिम एशिया में संकट पर विचारों का आदान-प्रदान किया।’’
अलबुसैदी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून का सम्मान करना सभी का दायित्व है। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने गाजा में तत्काल संघर्ष विराम और जरूरी मानवीय सहायता पहुंचाए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया। अंतरराष्ट्रीय कानून का सम्मान करना सभी का दायित्व है, ताकि हजारों आम नागरिकों की जान बचाई जा सके। अब युद्ध बंद करो।’’