Delhi Pollution News Update: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति लगातार खराब हो रही है। प्रदूषण को कम करने के लिए गुरुवार को आनंद विहार क्षेत्र में एंटी-स्मॉग गन के माध्यम से पानी का छिड़काव किया गया, क्योंकि सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में हवा की गुणवत्ता ‘खराब’ है।
एयर क्वालिटी मापने वाली एजेंसी, SAFAR के मुताबिक, दिल्ली में गुरुवार सुबह 9 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 256 दर्ज किया गया, जो शनिवार इसी वक्त 190 था। वहीं नोएडा में यह 269 दर्ज किया गया। यहां कल 211 वायु गुणवत्ता सूचकांक दर्ज किया गया था।
आइए जानते हैं, दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न इलाकों में आज क्या रहा वायु गुणवत्ता सूचकांक। दिल्ली- 256- खराब, पूसा- 221- खराब, लोधी रोड- 225- खराब, दिल्ली यूनिवर्सिटी- 316- बेहद खराब, एयरपोर्ट- 283 – खराब, नोएडा- 269 – खराब, मथुरा रोड- 169 – मध्यम, आयानगर -208 – खराब, आईआईटी दिल्ली- 256 – खराब, गुरुग्राम – 176 – मध्यम और धीरपुर में 307 खराब श्रेणी में दर्ज किया गया।
0 से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच को ‘संतोषजनक’, 101 से 200 को ‘मध्यम’, 201 से 300 को ‘खराब’, 301 से 400 को ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच एक्यूआई को ‘गंभीर’ माना जाता है।
इस बीच वाहन प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए केजरीवाल सरकार आज आईटीओ चौराहे से ‘रेड लाइट ऑन-गाड़ी ऑफ अभियान’ शुरुआत कर रही है। यह अभियान इस बार दिल्ली की जनता की भागीदारी द्वारा चलाया जाएगा।
एक निजी टीवी चैनल से बात करते हुए दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, ’28 अक्टूबर को बाराखंभा और 30 अक्टूबर को चंदगी राम अखाड़ा चौराहे पर “रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ” अभियान चलाया जाएगा। 2 नवंबर को सभी 70 विधानसभा में ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि 3 नवंबर को 2000 इको क्लब के माध्यम से ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान को लेकर स्कूलों में बच्चों के बीच जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
गोपाल राय ने बताया कि हमने 2020 में इस अभियान की शुरुआत की थी। इसका आधार देश के अलग-अलग हिस्से की गई स्टडी को बनाया गया था।
भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत, औद्योगिक अनुसंधान परिषद एवं केन्द्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों के द्वारा 2019 में एक अध्ययन किया गया था। जिसके अनुसार, रेड लाइट पर गाड़ियों के इंजन बंद न होने के कारण 9 प्रतिशत अधिक प्रदूषण फैलता है। ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान का उद्देश्य लोगों की आदत को बदलना है, जिससे कि लोग अपने वाहनों के इंजन को रेडलाइट पर बंद कर दें।
राय ने बताया कि दिल्ली में पीसीआरए और पेट्रोलियम संरक्षण साझेदारी के तहत भीकाजी कामा रेडलाईट पर एक अध्ययन किया गया था। वहां पर बिना अभियान के जब सर्वे हुआ तो 20 प्रतिशत लोग ही रेडलाइट पर अपना इंजन बंद कर देते थे। ऐसे में वहां पर प्लेकार्ड वालेंटियरर्स ने अभियान शुरू किया। अभियान के बाद जब सर्वे किया गया तो पाया गया कि लगभग 80 प्रतिशत लोगों ने अपनी गाड़ी का इंजन बंद करना शुरू कर दिया।
महाराष्ट्र के मंत्री दीपक केसरकर ने कहा है कि वायु प्रदूषण शमन के लिए उठाए गए सभी कदमों के साथ, मुंबई में वायु गुणवत्ता में सुधार होने में दो महीने तक का समय लगेगा। बुधवार को बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए, केसरकर, जो मुंबई के संरक्षक मंत्री हैं, ने कहा कि धूल के कण शहर में वायु प्रदूषण का प्रमुख कारण थे। बीएमसी ने बुधवार को निर्माण स्थलों और वायु प्रदूषण के अन्य स्रोतों के लिए वायु प्रदूषण शमन दिशानिर्देश जारी किए।
केसरकर ने कहा, “अब यह कार्रवाई शुरू कर दी गई है और आने वाले एक या दो महीनों में आपको इसके परिणाम देखने को मिलेंगे।” उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने इस मुद्दे का अध्ययन करने के लिए एक समिति गठित की है और इसका काम शुरू हो गया है।