इजरायल और हमास के बीच युद्ध का आज 18वां दिन है। गाजा पट्टी पर बीते 24 घंटे में इजरायल की ओर से किए गए हवाई हमलों में 700 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी। गाजा पर जारी इजरायली बमबारी में एक दिन में मरने वालों की यह अब तक की सबसे अधिक संख्या है। वहीं, पिछले हफ्ते फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनों में भाग लेने के बाद मिस्र में कम से कम 100 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। वकीलों ने मंगलवार को बताया कि कुछ को बाद में रिहा कर दिया गया था।
गाजा पट्टी में इजरायल के सैन्य अभियान के खिलाफ राज्य की तरफ से अप्रूव किए गए यह विरोध प्रदर्शन शुक्रवार को काहिरा और मिस्र में अन्य जगहों पर आयोजित किए गए थे। हालांकि, काहिरा में कुछ प्रदर्शनकारी मिस्र के 2011 के विद्रोह के केंद्र तहरीर स्क्वायर तक चले गए, जहां फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शन की इजाजत नहीं थी। सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को तुरंत तितर-बितर कर दिया।
मिस्र में अनाधिकृत सार्वजनिक विरोध प्रदर्शनों पर प्रतिबंध है। मानवाधिकार वकील नबेह एलगानादी ने कहा, “लगभग 40 गिरफ्तारियां काहिरा में, 65 अलेक्जेंड्रिया में और कुछ अन्य प्रांतों से हुईं। काहिरा से चौदह बंदियों को सरकारी अभियोजक के कार्यालय में बुलाया गया था।” उन्होंने बताया कि काहिरा से कम से कम 18 बंदियों को सोमवार को रिहा कर दिया गया और यह संख्या बढ़ने की संभावना है।
वहीं, अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मंगलवार को कहा कि सभी तरह के आतंकी कृत्य गैर-कानूनी और अनुचित हैं, चाहे ये लश्कर-ए-तैयबा या हमास के द्वारा मुंबई अथवा किबुत्ज बेरी में अंजाम दिया जाए। ब्लिंकन ने कहा, ‘‘जैसा कि इस परिषद और संयुक्त राष्ट्र महासभा ने बार-बार कहा है कि आतंकवाद के सभी कृत्य गैरकानूनी और अनुचित हैं। ये गैरकानूनी और अनुचित हैं, फिर चाहे ये नैरोबी या बाली, इस्तांबुल या मुंबई, न्यूयॉर्क या किबुत्ज बेरी में लोगों को निशाना बनाते हों।’’
वहीं, दूसरी ओर संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटारेस ने मंगलवार को कहा कि सशस्त्र संघर्ष में कोई भी पक्ष अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून से ऊपर नहीं है। उन्होंने इजरायली बलों द्वारा हमास शासित गाजा पट्टी पर लगातार बमबारी पर गहरी चिंता व्यक्त की और दोनों पक्षों से हिंसा के और बढ़ने से पहले पीछे हटने की अपील की।