इजरायल और फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास के बीच पिछले 18 दिनों से जंग जारी है। इस युद्ध पर दुनियाभर के देशों की नजरें लगी हैं। इसी बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि हमास के खिलाफ युद्ध में इजरायल की कुछ कार्रवाई जैसे गाजा के लिए भोजन और पानी में कटौती आदि इजरायल के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन को कमजोर कर सकती हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर के मुताबिक ओबामा ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई इजरायल के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन को कमजोर कर सकती हैं।
ओबामा ने इजरायल को चेतावनी देते हुए कहा कि ‘गाजा में नागरिक आबादी के लिए भोजन, पानी और बिजली काटने के इजरायली सरकार के फैसले से न केवल बढ़ते मानवीय संकट का खतरा है, बल्कि यह कई पीढ़ियों के लिए फिलिस्तीनी रवैये को और अधिक कठोर कर सकता है और इजरायल के लिए वैश्विक समर्थन को खत्म कर सकता है। उन्होंने कहा कि कोई भी इजरायली सैन्य रणनीति जो युद्ध की मानवीय लागतों को नजरअंदाज करती है, अंततः उसका उल्टा असर हो सकता है।’
ओबामा के राष्ट्रपति रहते वक्त अमेरिकी प्रशासन ने इजरायल और फिलिस्तीनियों के बीच शांति समझौता कराने की कोशिश की थी। हालांकि यह कोशिश असफल रही थी। वहीं, जो बाइडेन ने 2021 में राष्ट्रपति बनने के बाद से लंबे समय से रुकी हुई इस बातचीत को फिर से शुरू करने की कोशिश नहीं की। बाइडेन प्रशासन का दावा है कि दोनों ही पक्ष अपने अड़ियल रवैये पर कायम हैं।
7 अक्टूबर से हमास और इजरायल के बीच जंग जारी है। इस हमले में इजरायल के 1400 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। हमास के हमले के जवाब में इजरायल की ओर से भी लगातार बमबारी की गई। इसमें अब तक 5000 फिलिस्तीनियों की मौत की जानकारी सामने आई है। ओबामा अमेरिका के राष्ट्रपति रहते हुए गाजा में हमास के खिलाफ संघर्ष में इजरायल के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करते रहे हैं। बता दें कि गाजा 45 किमी का जमीन का एक टुकड़ा है। यहां करीब 23 लाख आबादी रहती है। यह दुनिया के सबसे घनी आबादी वाले देशों में शामिल है।