महाराष्ट्र के नागपुर में विजयादशमी उत्सव को संबोधित करते हुए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि हर साल दुनिया में भारत का गौरव बढ़ रहा है। जी 20 शिखर सम्मेलन में भारतीयों का आतिथ्य सत्कार सारी दुनिया ने देखा। विभिन्न देशों के लोगों ने हमारी विविधता का अनुभव किया। उन्होंने हमारे कूटनीतिक कौशल के साथ-साथ हमारी ईमानदार सद्भावना को भी देखा। संघ प्रमुख का कहना था कि ये सारा केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की वजह से संभव हो सका। हमारी कार्यप्रणाली की वजह से दुनिया भारत को सम्मान की नजरों से देखने लगी है। उनका कहना था कि समस्याओं को सुलझाने के लिए दुनिया भारत की ओर देख रही है। ये पहले के भारत में नहीं देखा जाता था।
मणिपुर को लेकर भागवत ने कहा कि मेइती और कुकी समुदाय के लोग कई वर्षों से साथ रहते आ रहे हैं। अचानक उनके बीच हिंसा कैसे भड़क गई। उन्होंने कहा कि हालात शांत करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तीन दिन तक मणिपुर में थे। यह हिंसा हो नहीं रही है, इसे कराया जा रहा है।
संघ प्रमुख ने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व खुद को सांस्कृतिक मार्क्सवादी कहते हैं, लेकिन वे मार्क्स को भूल गए हैं। मोहन भागवत ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भावनाएं भड़काकर वोट हासिल करने की कोशिशों के प्रति आगाह किया। उन्होंने लोगों से देश की एकता, अखंडता, पहचान और विकास को ध्यान में रखते हुए मतदान करने का आह्वान किया। भागवत ने इस मौके पर सरकार को भी नसीहत दी। उन्होंने फिजूलखर्ची पर रोक लगाने और देश में रोजगार के अवसर बढ़ाने का आह्वान किया। उनका कहना था कि युवा के पास रोजगार होगा तो वो भटकेगा नहीं।
विपक्ष पर निशाना साधते हुए संघ प्रमुख ने कहा कि दुनिया में और भारत में भी कुछ लोग ऐसे हैं जो नहीं चाहते कि भारत आगे बढ़े। वो समाज में गुटबाजी और झगड़े पैदा करने की कोशिश करते हैं। अपनी अज्ञानता और अविश्वास के कारण हम भी कभी-कभी इसमें फंस जाते हैं। इससे बेवजह उपद्रव पैदा हो जाते हैं। उनका कहना था कि अगर भारत आगे बढ़ेगा, तो वे अपना खेल नहीं खेल पाएंगे। इसी वजह से वो लगातार विरोध करते हैं। वो केवल विरोध के लिए विशेष विचारधारा अपनाते हैं। ये सबकुछ रोकना होगा, क्योंकि इससे देश की तरक्की पर असर पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बन रहा है। 22 जनवरी को मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की स्थापना की जाएगी। उस दिन हम पूरे देश में अपने-अपने मंदिरों में कार्यक्रम आयोजित कर सकते हैं। ये मौका हर देशवासी के लिए काफी बढ़ा है। इसे धूमधाम से मनाना चाहिए।