RRTS: रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) का उद्घाटन शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया और शनिवार को इसे यात्रियों के लिए खोल दिया गया। पैसेंजर सर्विस के पहले दिन 10 हजार से अधिक यात्रियों ने रैपिडएक्स ट्रेन का आनंद लिया। वर्तमान में 82 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के 17 किलोमीटर प्राथमिकता खंड के पांच स्टेशन – साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई स्टेशन तक चालू हैं।
इस ट्रेन में यात्रियों और आरआरटीएस इन्फ्रास्ट्रक्चर के सुरक्षा और किसी भी गैरकानूनी गतिविधियों की पहचान तथा बचाव के लिए उपाय किए गए हैं। एनसीआरटीसी ने आधुनिक तकनीकों पर आधारित परिष्कृत सुरक्षा प्रणाली स्थापित की है। यह सुरक्षा प्रणाली नई तकनीकों से लैस है और इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का भी इस्तेमाल हुआ है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी), जिसे पूरे एनसीआर में आरआरटीएस परियोजना को लागू करने का काम सौंपा गया है। अधिकारियों ने कहा कि वे स्टेशन स्तर पर और केंद्रीय सुरक्षा नियंत्रण स्तर पर दो-स्तरीय निगरानी सुनिश्चित कर रहे हैं। सीसीटीवी कैमरों से लैस ये प्वाइंट किसी भी संदिग्ध व्यवहार, तोड़फोड़ या गलत हरकत को कैद कर लेंगे।
हर नमो भारत ट्रेन में 36 कैमरे हैं, जो किसी भी अनधिकृत प्रवेश, लावारिस सामान, भीड़भाड़ आदि के बारे में अलर्ट जारी करेंगे। एक डेडिकेटेड सिक्योरिटी कंट्रोल रूम चौबीसों घंटे यात्रियों की सुरक्षा पहलुओं की निगरानी कर रहा है। साथ ही सभी सुरक्षा कर्मचारियों के साथ लगातार संपर्क में रहता है।
NCRTC ने कहा, ‘किसी भी गैरकानूनी गतिविधियों का पता लगाने के लिए नवीनतम तकनीकों से लैस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सक्षम सुरक्षा प्रणालियां अब प्राथमिकता अनुभाग में चालू हैं। स्टेशन के प्रवेश बिंदुओं पर यात्रियों की सुरक्षा जांच मल्टी जोन डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर (डीएफएमडी) द्वारा की जा रही है। एनसीआरटीसी ने कहा, डीएफएमडी यात्रियों की सिर से पैर तक पूरी जांच करेगा और किसी भी संदिग्ध वस्तु को स्टेशन के अंदर पहुंचने से रोकेगा।’
एजेंसी ने कहा, ‘इन एआई तकनीकों में एक डुअल व्यू जेनरेटर एक्स-रे बैगेज इंस्पेक्शन सिस्टम शामिल है, जो स्कैनर से गुजरने वाले बैग के ऊपरी और निचले हिस्सों को स्कैन करेगा। एआई सिस्टम स्वचालित रूप से प्रतिबंधित/निषिद्ध वस्तुओं की पहचान करेगा और ऑपरेटर को सचेत करेगा।’
यूपी सरकार ने राज्य के सभी स्टेशनों की सुरक्षा की निगरानी की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल (UPSSF) को सौंपी है। और प्राथमिकता अनुभाग के स्टेशनों पर सुरक्षा बलों की तैनाती पूरी कर ली गई है. यूपी पुलिस की ओर से क्विक रिएक्शन टीम, बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वॉड और डॉग स्क्वायड टीम आदि को भी तैनात किया गया है। इसके साथ ही गाजियाबाद कमिश्नरेट में एक थाने को रैपिड रेल के लिए नामित किया गया है, साथ ही प्रत्येक थाने पर एक पुलिस चौकी की भी व्यवस्था की गई है।