मोदी सरकार के 9 साल पूरे हो चुके हैं और 8 महीने बाद ही देश में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। मोदी सरकार अपने 9 साल की उपलब्धियों को गिनाने के लिए 20 नवंबर से 25 जनवरी तक देश भर में ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ निकालेगी। इस यात्रा में वरिष्ठ अधिकारियों को भी शामिल किया जा रहा है। वहीं अब यह मुद्दा राजनीतिक तूल पकड़ता जा रहा है, क्योंकि कांग्रेस ने इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में मल्लिकार्जुन खड़गे ने सरकार पर संयुक्त सचिव, निदेशक और उप सचिव रैंक के अधिकारियों को रथ प्रभारी के रूप में नियुक्त करने का आरोप लगाया है।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि अधिकारियों का इस्तेमाल राजनीतिक प्रचार में कैसे किया जा सकता है? वहीं इसके बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर पलटवार किया।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने पत्र में कहा कि मोदी सरकार हमेशा प्रचार में लगी रहती है और जब उनको लगता है कि देश में उनके खिलाफ माहौल बनता है तो वह एक आदेश निकालते हैं कि अफसर अब उनकी सरकार के प्रचार के लिए रथ प्रभारी बनेंगे। खड़गे ने यह भी कहा कि इससे पहले देश के फौजियों को भी आदेश दिया गया कि वे जब छुट्टी पर घर पर जाएं तो सरकारी योजनाओं का प्रचार करें। खड़गे ने कहा कि सरकारी अफसर का काम रथ निकालना नहीं है ना ही फौजी का काम सरकार का प्रचार करना है।
वहीं मल्लिकार्जुन खड़गे के आरोपों पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि मुझे यह देखकर हैरानी होती है कि कांग्रेस पार्टी को देश की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए कार्य करने वाले लोकसेवकों से क्या दिक्कत है? उन्होंने पूछा कि शासन का मूल सिद्धांत यह नहीं है तो क्या है? जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि युद्धपोतों को निजी नौकाओं के रूप में उपयोग करने के विपरीत सार्वजनिक संस्थाओं का उपयुक्त उपयोग अच्छा है।