पीएम नरेंद्र मोदी ने इजरायल-हमास जंग के बीच जार्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय से फोन पर बात की है। पीएम ने बिना इजरायल-हमास का नाम लिए कहा है कि दोनों तरफ से जब तक सहयोग नहीं किया जाएगा, स्थिति को नियंत्रण में करना मुश्किल रहेगा।
पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा कि मैंने आज जॉर्डन के किंग से फोन पर बात की। वेस्ट एशिया के विकास को लेकर मंथन हुआ। आतंकवाद, हिंसा और लोगों की मौत को लेकर भी बात की गई। सामूहिक सहयोग से ही सुरक्षा और मानवीय स्थिति को ठीक किया जा सकता है।
Spoke with His Majesty @KingAbdullahII of Jordan. Exchanged views on the developments in the West Asia region. We share concerns regarding terrorism, violence and loss of civilian lives. Concerted efforts needed for early resolution of the security and humanitarian situation.
इससे पहले पीएम मोदी ने फिलिस्तीन और इजरायल के प्रधानमंत्री से भी फोन पर बात की है। भारत एक तरफ इजरायल के साथ मजबूती से खड़ा तो वहीं फिलिस्तीन के नागरिकों के लिए भी लगातार राहत सामग्री भेज रहा है। ये अलग बात है कि इस बार भारत सरकार के स्टैंड से देश में ही विपक्ष के कुछ नेता खुश नहीं हैं। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने दो टूक कहा है कि जब नेहरू, अटल बिहारी वाजपेयी जैसे नेताओं ने हमेशा फिलिस्तीन का समर्थन किया, पीएम मोदी कैसे अलग कूटनीति पर चल सकते हैं।
इस युद्ध की बात करें तो सात अक्टूबर को सबसे पहले हमास ने इजरायल के आम नागरिकों को मौत के घाट उतार दिया था। कई लोगों का तो अपरहण भी किया गया था, इसमें सेना के जवान भी शामिल रहे। उस हमले के बाद ही इजरायल ने बदले की कसम खाई और देखते ही देखते एक भीषण युद्ध की शुरुआत हो गई। अभी इस युद्ध दोनों तरफ से काफी नुकसान हो चुका है, हजारों लोगों की मौत हुई है और स्थिति हर बीतते दिन के साथ और ज्यादा बिगड़ रही है।