Israel Hamas War Live News Update: गाजा में फिलिस्तीनियों का कहना है कि उन्हें इजरायल रक्षा बलों (IDF) से दक्षिण की ओर जाने के लिए नए सिरे से चेतावनी दी गई है। इसमें कहा गया है कि ऐसा नहीं करने पर “आतंकवादियों” के साथ भागीदार या सहानुभूति रखने वाले के रूप में माने जाने का खतरा उठाना होगा।
इजरायल की ओर से गाजा पर जारी बमबारी को बंद करने की मांग को लेकर शनिवार को हजारों की संख्या में फिलिस्तीन समर्थकों ने बारिश के बीच लंदन में मार्च निकाला। ठीक इसी तरह दुनिया भर के अलग-अलग शहरों में लोगों ने बमबारी को रोकने के लिए आवाज बुलंद की। इजरायल-हमास के बीच जारी युद्ध का यह तीसरा सप्ताह है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक इजरायली विमानों ने रविवार तड़के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में अल-अंसार मस्जिद के नीचे एक परिसर पर हमला किया। इजरायली सेना ने दावा किया कि जेनिन शरणार्थी शिविर में मस्जिद के नीचे का परिसर हमास और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद के कार्यकर्ताओं का था, जो हाल के महीनों में हमलों के लिए जिम्मेदार थे। फ़िलिस्तीनी अधिकारियों ने कहा कि हमले में कम से कम एक व्यक्ति मारा गया।
इजरायल ने शनिवार को फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के इस दावे को “दुष्प्रचार” बताया कि देश ने मानवीय आधार पर दो और बंधकों की रिहाई को खारिज कर दिया है। हमास सशस्त्र विंग के प्रवक्ता अबू उबैदा ने कहा कि कतर को सूचित किया गया था कि समूह शुक्रवार को दो अतिरिक्त लोगों को रिहा करने का इरादा रखता है, उसी दिन उसने अमेरिकी नागरिकों जूडिथ ताई राणान और उनकी बेटी नताली को रिहा किया था।
इजरायल-हमास संघर्ष के कारण गाजा में 10 लाख से अधिक लोगों को अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है। लंदन के व्हाइटहॉल तक मार्च निकालने से पहले फलस्तीन समर्थक यहां हाइड पार्क के पास मार्बल आर्क में एकत्र हुए थे। पुलिस का अनुमान है कि तीन घंटे तक चले इस प्रदर्शन में शामिल होने वाले प्रदर्शनकारियों की संख्या एक लाख तक थी। हाथों में फलस्तीनी झंडे लिए और ‘गाजा पर बमबारी बंद करो’ के नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारियों ने इजरायल द्वारा गाजा पर किए जा रहे हमलों और बमबारी को बंद करने का आह्वान किया।
देश-दुनिया की खबरों के लिए बन रहें Jansatta.com के साथ।
गाजा में ढही इमारतों, मलबों और तबाही का मंजर भारत में रह रहे फलस्तीनी छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डाल रहा है और वे फिलिस्तीनी में अपने परिवारों से संपर्क नहीं हो पाने के कारण उनकी खैरियत को लेकर चिंतित हैं। भारत में पढ़ाई कर रहा फिलिस्तीनी छात्र तालिब मानसिक तनाव से जूझ रहा है और उसे अपने परिवार के सदस्यों के कुशल क्षेम की चिंता लगातार सताती रहती है, जिसके कारण वह पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पा रहा। उसके जैसे कई छात्र यहां परेशान हैं।
फिलिस्तीन के लोगों के लिए लगभग 6.5 टन चिकित्सा सहायता और 32 टन आपदा राहत सामग्री लेकर IAF C-17 की उड़ान मिस्र में एल-अरिश हवाई अड्डे के लिए रवाना हुई। सामग्री में आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं, सर्जिकल सामान, तंबू, स्लीपिंग बैग, तिरपाल, स्वच्छता सुविधाएं, जल शुद्धिकरण टैबलेट सहित अन्य आवश्यक वस्तुएं शामिल हैं।
गाजा और मिस्र के बीच शनिवार को पहली बार शहर में मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए राफा सीमा खोली गई। इजरायल ने इसे घेर लिया था। सीमा को फिर से खोलने के लिए एक सप्ताह से अधिक के गहन राजनयिक प्रयासों के बाद विभिन्न मध्यस्थों को शामिल किया गया, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की क्षेत्र की यात्राएं शामिल थीं। सीमा खोलने से मानवीय सहायता पहुंचने लगी है।
इजरायली सेना के प्रवक्ता ने कहा है कि हमास के खिलाफ युद्ध के अगले चरण की तैयारी के रूप में इजरायल शनिवार से गाजा पट्टी पर अपने हमलों को तेज करने की योजना बना रहा है। गाजा में संभावित जमीनी हमले के बारे में पूछे जाने पर रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने शनिवार रात संवाददाताओं को बताया कि सेना पहले से ही स्थिति को अपने अनुकूल बनाने की कोशिश कर रही है।
लेबनान के चरमपंथी संगठन हिजबुल्ला ने कहा है कि इजरायल और हमास के युद्ध में उसकी ‘‘अहम भूमिका’’ है और यदि इजरायल गाजा पट्टी पर जमीनी हमले शुरू करता है, तो उसे इसकी भारी कीमत चुकानी होगी। हिजबुल्ला के उपनेता शेख नईम कासिम का यह बयान उस वक्त आया जब इजरायल ने दक्षिणी लेबनान में बमबारी तथा ड्रोन से हमले किए और हिजबुल्ला ने इजरायल की ओर रॉकेट और मिसाइलें दागीं। हिजबुल्ला ने कहा कि हमले में शनिवार को उसके छह लड़ाके मारे गए जो दो सप्ताह पहले शुरू हुए युद्ध के बाद एक दिन में मारे गए लोगों की सबसे बड़ी संख्या है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने शनिवार को कहा कि हिंदू धर्म सभी संप्रदायों का सम्मान करता है और भारत में कभी भी उन मुद्दों पर झगड़े नहीं हुए, जिनकी वजह से आज हमास-इजरायल के बीच युद्ध हो रहा है। मोहन भागवत, छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के 350 वर्ष पूरे होने के अवसर पर नागपुर में एक स्कूल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। भागवत ने कहा, ‘‘इस देश में एक धर्म, संस्कृति ऐसी है, जो सभी संप्रदायों और आस्थाओं का सम्मान करती है, वह है हिंदू धर्म।
इजरायल और हमास के बीच युद्ध जारी रहने से दोनों देशों के आम लोगों की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। अब तक युद्ध में कई हजार लोग मारे जा चुके हैं और लाखों लोग घर छोड़ने को विवश हुए हैं।