इजरायल और हमास के बीच जंग जारी है। वहीं इस बीच येरूशलम में मौजूद नेशनल मैनेजमेंट सेंटर एक बार फिर से चर्चा में बना हुआ है। यह एक तरीके का बंकर है, जिन पर किसी भी मिसाइल हमले का कोई असर नहीं होता है। यह बंकर इसलिए भी खास है, क्योंकि मुश्किल वक्त में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अपनी खास मीटिंग यही करते हैं।
हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन इजरायल दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने भी इसी बंकर में इजरायली प्रधानमंत्री के साथ मीटिंग की थी। युद्ध के दौरान पीएम बेंजामिन नेतन्याहू अपनी कैबिनेट की बैठक भी इसी बंकर में कर रहे हैं।
इजराइल का बंकर किसी साइंस फिक्शन फिल्म की तरह दिखता है। यहां पर इजरायल के शीर्ष अधिकारी युद्ध के समय बैठकें करते हैं और संकट के दौरान भी देश को सुचारू रूप से चलाते रहते हैं। इस बंकर के बारे में ज्यादातर जानकारी सोशल मीडिया पर मौजूद है, लेकिन उसके बावजूद भी एक अभेद किला बना हुआ है।
इस बंकर की स्थापना 2006 के लेबनान युद्ध के बाद की गई थी। लेबनान ने उत्तरी इजरायल में लगातार रॉकेट हमला किया था। इस बंकर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह जमीन के अंदर काफी गहराई में है और परमाणु, जैविक और रासायनिक युद्ध के दौरान सैकड़ो लोगों को लंबे समय तक सुरक्षित बचाए रख सकता है।
पिछले 13 दिनों से इजरायल और हमास के बीच युद्ध जारी है। इस युद्ध में अब तक दोनों ओर के साढ़े 6 हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई है। जब से इजरायल ने हमास पर हमला किया है, उसके बाद से ही इजरायल लगातार गाजा पट्टी पर बमबारी कर रहा है। हमास ने इजरायल के 100 से अधिक बंधकों को अपने पास रखा हुआ है।
साल 2020 में अमेरिकी सेना ने ईरानी आर्मी के बड़े अधिकारी जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या कर दी थी। कासिम को ईरान का दूसरा सबसे ताकतवर शख्स माना जाता था। ईरान के सबसे ताकतवर नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई हैं। उसके बाद जनरल सुलेमानी का नंबर था। माना जा रहा है इसी का बदला लेने के लिए हमास ने हमला किया।