इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध में गाजा के अस्पताल पर हुए हमले को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। उन्होंने X पर एक पोस्ट के जरिए कहा कि गाजा के अल अहली अस्पताल में लोगों की दुखद मौत से गहरा सदमा लगा। पीड़ितों के परिवारों के प्रति हम संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष में नागरिकों का हताहत होना गंभीर और निरंतर चिंता का विषय है। इसमें शामिल लोगों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
इजरायल यात्रा पर पहुंचे अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि उनका देश पूरी तरह से इजरायल के साथ है। इस दौरान उन्होंने इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू से कहा कि गाजा के अस्पताल पर हुए हमले की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि गाजा अस्पताल में विस्फोट ‘आपकी टीम ने नहीं, बल्कि दूसरी टीम ने किया।
UN ने गाजा के अस्पताल पर हुए हमले में कई नागरिकों की मौत को लेकर गहरा दुख जताया और घटना की कड़ी निंदा की है। UN ने कहा कि अस्पतालों या असैन्य बुनियादी ढांचों पर हमले अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का उल्लंघन है। UN ने इस घटना को अंजाम देने वालों को अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार जवाबदेह ठहराने का आह्वान किया है।
गाजा के हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अल-अहली अस्पताल पर मंगलवार को हुए हवाई हमले में 500 से अधिक लोगों की मौत हो गई। उसने हमले के लिए इजरायल पर आरोप लगाया है। इजरायल के अधिकारियों ने इस घटना में खुद के होने से इनकार किया है और कहा कि इस्लामिक जिहाद के आतंकवादियों द्वारा इजरायल की ओर दागे गए रॉकेट गलत दिशा में मुड़े और अस्पताल पर जा गिरे।
इजरायल और हमास के बीच युद्ध तब शुरू हुआ जब गाजा पट्टी से हमास के आतंकवादियों ने सात अक्टूबर को जमीन, हवा और समुद्र से इजरायल पर अचानक हमला किया। इस संघर्ष के बाद से, लगभग 2,778 फलस्तीनी मारे गए हैं। मीडिया में आई खबरों में इजरायल के आधिकारिक सूत्रों के हवाले से कहा गया कि इजरायल में कम से कम 1,400 इजरायली और विदेशी नागरिक मारे गए हैं।