Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर महाराष्ट्र में सियासी गतिविधियां तेज हो चली हैं। अभी से कयास लगाए जा रहे हैं कि राज्य के दोनों ही बड़े गठबंधनों में फिर से उठा पटक देखने को मिल सकती है। इसी कड़ी में एनसीपी के शरद पवार धड़े की तरफ से बड़ा बयान सामने आया है। शरद पवार (Sharad Pawar) गुट के नेता और एनसीपी विधायक रोहित पवार ने बीजेपी पर राज्य के डिप्टी सीएम अजित पवार को कमजोर करने और उन्हें सियासी तौर पर खत्म करने का आरोप लगाया है।
एनसीपी विधायक रोहित पवार का यह बयान उस समय आया है जब बीजेपी ने अजित पवार पर पुणे की पूर्व पुलिस कमिश्नर मीरान बोरवंकर की किताब में लगाए गए आरोपों पर चुप्पी साधी हुई है। मीरान बोरवंकर ने अपनी किताब ‘मैडम कमिश्नर’ में कहा है कि अजित पवार ने साल 2010 में प्राइम लोकेशन पर मौजूद पर पुलिस की 3 एकड़ जमीन को एक प्राइवेट बिल्डर को सौंपने के लिए बहुत प्रेशर बनाया। हालांकि अजित पवार ने इन आरोपों को गलत बताया है।
मंगलवार को पिंपरी-चिंचवड में मीडिया से बातचीत के दौरान अजित पवार ने कहा कि अजित पवार के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने आरोपों पर जवाब दिया है लेकिन बीजेपी ने चुप्पी साध रखी है। यह पार्टी की मानसिकता है। इससे पहले भी बीजेपी ने सियासत के कई नेताओं को खत्म करने की कोशिश की है।”
रोहित पवार ने कहा कि इस विवाद में एक और एंगल है। उन्होंने कहा, “लोग अजित पवार को सियासी तौर पर खत्म किए जाने के प्रयासों को लेकर बात कर रहे हैं। बीजेपी ऐसे प्रयास पहले भी कर चुकी है। यही एकनाथ खड़से और पंकजा मुंडे के केस में हुआ था।”
BJP में पंकजा मुडे के संघर्ष के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि गोपीनाथ मुंडे ने जिस पार्टी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, उस पार्टी में अब उनकी बेटी को संघर्ष करना पड़ रहा है। BJP अब इसी तरह अजित पवार के साथ बर्ताव कर रही है। BJP का मानना है कि अगर वह इस तरह की रणनीति अपनाती है तो प्रतिस्पर्धा खत्म हो जाती है। लेकिन बीजेपी को याद रखना चाहिए, इस तरह से काम नहीं होता। यह उत्तरी राज्यों में हो सकता है लेकिन यह महाराष्ट्र में काम नहीं करेगा।
अजित पवार पर भ्रष्टाचार के आरोपों पर BJP के प्रवक्ता संदीप खर्डेकर ने कहा कि जब NCP स्पोक्सपर्सन और उनके नेता अजित पवार का बचाव कर रहे हैं तो इस मसले पर हमारे बोलने की क्या जरूरत है? संदीप खर्डेकर ने कहा कि अजित पवार ने खुद इस प्रोजेक्ट के बारे में विस्तार से बात की है और साफ कहा है कि प्रोजेक्ट में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा, “हम भी मानते हैं कि अजित पवार बेदाग हैं। डील नहीं हो पाई। इस प्रोजेक्ट को राज्य सरकार ने ही रद्द कर दिया था। परियोजना रद्द कर दी गई क्योंकि जिस प्राइवेट कंपनी को अनुबंध मिलना था, उसे ED मामले का सामना करना पड़ा। इसलिए न तो अजित पवार और न ही राज्य सरकार गलत है।”