इजरायल और हमास के बीच युद्ध चल रहा है। इस युद्ध के कारण कई मुस्लिम देश अमेरिका से नाराज चल रहे हैं। वहीं अमेरिका ने इजराइल का खुलेआम समर्थन किया है और उसने कहा है कि इजराइल को पूरा हक है अपनी रक्षा करने का। लेकिन इसी बीच अमेरिका मुस्लिम देशों से अपने पक्ष में समर्थन जुटाने की भी कोशिश कर रहा है।
इसी क्रम में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन सोमवार को सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मिलने पहुंचे थे। लेकिन सऊदी की अमेरिका से नाराजगी का अंदाजा इसी बात से हो जाता है क्योंकि प्रिंस ने अमेरिकी विदेश मंत्री को मुलाकात के लिए घंटों इंतजार कराया और फिर अगले दिन उनसे मुलाकात की।
दोनों नेताओं की मुलाकात के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सऊदी के क्राउन प्रिंस के साथ उनकी बातचीत बहुत सार्थक रही। मुलाकात के दौरान क्राउन प्रिंस सलमान ने अमेरिकी विदेश मंत्री को संकट को कम करने और शांति स्थापित करने के लिए सऊदी द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया। इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि सऊदी लगातार ईरान से बातचीत कर रहा है ताकि शांति स्थापित हो।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि इजरायल को हमास के इन हमलों के खिलाफ खुद का बचाव करने और यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करने का अधिकार है कि ऐसा दोबारा न हो। एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि मैं जिस भी देश में गया, वहां यह सुनिश्चित करने का दृढ़ संकल्प था कि यह संघर्ष न फैले। उन्होंने कहा कि वे यह सुनिश्चित करने के लिए अपने प्रभाव, अपने रिश्तों का इस्तेमाल कर रहे हैं कि ऐसा न हो।
इजराइल और हमास के बीच में चल रहे युद्ध के कारण अब तक 5000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। तो वहीं 10,000 से अधिक घायल हैं। इजराइल ने अब तक हमास के 6 टॉप कमांडर्स को ढेर कर दिया है। वहीं ईरान ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि हमास 200 बंधकों को छोड़ने को तैयार है, लेकिन इसके लिए इजराइल को युद्ध रोकना होगा।