Delhi Meerut Rapid Rail Inauguration: देश को पहली रैपिड रेल मिलने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 अक्टूबर को रैपिड ट्रेन का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 अक्टूबर को सुबह 11:15 पर साहिबाबाद में रैपिड ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। गाजियाबाद-मेरठ-कॉरिडोर के 17 किलोमीटर लंबे खंड में रैपिड रेल को शुरू किया जाएगा।
इस कॉरिडोर की कुल लंबाई 82 किलोमीटर है और इसका 14 किलोमीटर हिस्सा दिल्ली में है, जबकि 68 किलोमीटर का हिस्सा उत्तर प्रदेश में है। रैपिड ट्रांजिट सिस्टम का एक ऐसा नेटवर्क तैयार किया जा रहा है, जिसे दिल्ली मेट्रो की लाइनों के साथ जोड़ा जाए। इससे अलवर, पानीपत और मेरठ जैसे शहर दिल्ली से सीधे जुड़ जाएंगे।
पहले खंड में रैपिड रेल साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो के बीच चलाई जाएगी। आरआरटीएस का प्राथमिक खंड देश की ऐसी पहली रेलवे प्रणाली है, जिसे 160 किमी प्रति घंटा की अधिकतम परिचालन गति पर पूरा सफर तय करने के लिए खोला जा रहा है। हालांकि मेरठ से साहिबाबाद तक का किराया 170 से 200 के बीच होगा।
अधिकारियों के मुताबिक ज्यादातर RRTS स्टेशनों में तीन से चार मंजिलें हैं और कई लिफ्ट और एस्केलेटर लगाए जा रहे हैं। प्लेटफॉर्म स्क्रीन दरवाजे (PSD), जो डबल-टेम्पर्ड ग्लास से लैस होंगे और ट्रेनों, ट्रैक और यात्रियों के बीच सुरक्षा के लिए एक ढाल के रूप में कार्य करेंगे। ये दरवाजे आरआरटीएस स्टेशनों पर भी स्थापित किए जा रहे हैं।
ट्रेन के डिब्बों में व्हीलचेयर और स्ट्रेचर के लिए एक विशिष्ट स्थान प्रदान किया गया है। चिकित्सा जरूरतों के लिए स्ट्रेचर की आवाजाही की सुविधा के लिए स्टेशनों पर बड़ी लिफ्ट भी लगाई गई है। स्टेशन तक आसान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए स्टेशनों पर एक समर्पित पिक-अप और ड्रॉप-ऑफ ज़ोन और सभी प्रकार के वाहनों के लिए एक अतिरिक्त ड्राइव-इन स्पेस भी बनाया जाएगा।
RRTS कॉरिडोर के दुहाई डिपो-साहिबाबाद सेक्शन (Duhai Depot-Sahibabad section) के स्टेशनों को अब RRTS के सिग्नेचर ब्लू फेशियल से सजाया गया है। जबकि ट्रेन के साथ-साथ स्टेशनों पर भी कई नई सुविधाएं लगाई जा रही हैं।