तमिलनाडु के मंत्री और डीएमके के नेता उदयनिधि स्टालिन फिर से अपने बयानों के लिए चर्चा में हैं। इस बार उनका बयान सनातन के बजाए ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए जाने पर है। दो दिन पहले अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में भारत-पाकिस्तान के बीच विश्व कप क्रिकेट मैच के दौरान यह नारे लगाए गये थे। इसका वीडियो वायरल हुआ तो स्टालिन ने इसकी आलोचना की। स्टालिन ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “भारत अपनी खेल भावना और आतिथ्य सत्कार के लिए जाना जाता है। हालांकि, अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ जिस तरह का व्यवहार किया गया, वो अस्वीकार्य और निम्न स्तर वाला है। खेल को देशों को एकजुट करने वाली शक्ति होना चाहिए, उसका काम भाईचारा बढ़ावा देना होना चाहिए। इसे नफरत फैलाने के औजार के तौर पर इस्तेमाल करना निंदनीय है।”
वीडियो में दिख रहा है कि पाकिस्तानी बल्लेबाज और विकेट कीपर मोहम्मद रिजवान जब ड्रेसिंग रूम की तरह जा रहे थे, तब कुछ लोगों ने उनके तरफ मुंह करके ‘जय श्री राम’ के नारे लगाने लगे। उदयनिधि ने इसकी निंदा करते हुए इसे गलत हरकत बताया।
उदयनिधि की आलोचना का भाजपा प्रवक्ता ने कड़ा जवाब दिया। भाजपा नेता गौरव भाटिया ने कहा कि समाज में विष घोलने के लिए नफरती डेंगू मलेरिया मच्छर फिर निकला है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने लिखा, “नफ़रती डेंगू मलेरिया मच्छर फिर निकला है विष घोलने जब मैच रुकवा कर फील्ड पर नमाज़ पढ़ी जाती है तो तुम्हें सांप सूंघ जाता है। सृष्टि के हर कन कन में हमारे प्रभु श्री राम बसते हैं, तो बोलो जय श्री राम।”
इससे पहले शनिवार दो सितंबर 2023 को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने कहा, “सनातन धर्म सामाजिक न्याय के विचार के खिलाफ है और इसे समाप्त किया जाना चाहिए।” उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से की। इसके बाद भाजपा नेताओं ने इसकी तीखी आलोचना की। साथ ही विपक्षी इंडिया गठबंधन को भी घेरा।
उदयनिधि स्टालिन ने कहा, “सनातन धर्म मलेरिया और डेंगू की तरह है, इसलिए इसे खत्म किया जाना चाहिए, न कि इसका विरोध किया जाना चाहिए।” स्टालिन के बेटे के बयान के बाद सोशल मीडिया पर नई बहस शुरू हो गई। कई यूजर्स ने तमिलनाडु के मंत्री के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की।