कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने शनिवार को लोकसभा और विधानसभाओं की एक तिहाई सीटों के लिए महिला आरक्षण कानून को तत्काल लागू करने की मांग की। उन्होंने कहा कि महिलाओं के पास अब बर्बाद करने के लिए समय नहीं है। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में प्रियंका द्रमुक के महिला अधिकार सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं। सम्मेलन में सोनिया गांधी भी मौजूद रहीं।
प्रियंका ने कहा कि आज सशक्तिकरण की बहुत चर्चा हो रही है। सभी सियासी दलों को यह एहसास होने लगा है कि महिलाएं एक मजबूत ताकत बन सकती हैं। लेकिन वो अभी भी हमारी ओर वोट के लिए ही देखते हैं। प्रियंका ने कहा कि वो मांग करती हैं कि महिला आरक्षण कानून को तत्काल लागू किया जाए। भारत की महिलाओं के पास बर्बाद करने के लिए और समय नहीं है। राजनीतिक प्रक्रिया में शामिल किया जाना हमारा अधिकार है।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि महिलाओं को महत्व और सम्मान दिया जाना चाहिए। संसद ने पिछले महीने महिला आरक्षण विधेयक पारित किया था, जिसमें महिलाओं के लिए लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में एक तिहाई सीटें आरक्षित की गईं थीं।
कांग्रेस की सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी, एनसीपी की सुप्रिया सुले, जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, सीपीआई की एनी राजा, सीपीएम की सुभाषिनी अली, तृणमूल कांग्रेस की सुष्मिता देव, एसपी की डिंपल यादव और जेडीयू की लेशी सिंह ने शनिवार को चेन्नई में डीएमके के महिला अधिकार सम्मेलन में भाग लिया। डीएमके सांसद कनिमोझी ने शामिल होने वाली महिलाओं का स्वागत किया।
यह सम्मेलन तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी की महिला शाखा द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री करुणानिधि की 100वीं जयंती समारोह के हिस्से के रूप में आयोजित किया गया था। सम्मेलन में भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से महिला अधिकारों के मुद्दों पर तत्काल कार्रवाई करने का आह्वान किया गया। सम्मेलन में आई नेताओं को मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एक साड़ी और करुणानिधि की मूर्ति से सम्मानित किया गया। स्टालिन ने इसकी अध्यक्षता की थी।