इजरायल और हमास के बीच युद्ध जारी है। वहीं इजरायल के एक फार्म पर हमास ने हमला किया था। इसके बाद लापता हुए एक नेपाली छात्र को इस फिलीस्तीनी चरमपंथी समूह हमास द्वारा बंधक बना लिया गया है। नेपाल के विदेश मंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय संगठनों की मदद से उसे ढूंढने के प्रयास जारी हैं।
बता दें कि हमास ने 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजरायल में ताबड़तोड़ हवाई हमले किए थे, जिसमें 10 नेपाली छात्रों की मौत हो गई थी। 6 छात्रों को सुरक्षित निकाल लिया गया था, जबकि एक छात्र लापता है। ये 17 नेपाली छात्र ‘लर्न एंड अर्न’ योजना के अंतर्गत फार्म में प्रशिक्षु के रूप में कार्य कर रहे थे। नेपाल के विदेश मंत्री एन. पी. सउद ने पत्रकारों को बताया कि बिपिन जोशी को आतंकवादी समूह द्वारा अगवा कर लिया गया है।
एन. पी. सउद ने बताया कि बिपिन जोशी ने नेपाली छात्रों पर हमास द्वारा किए गए हथगोले से हमले में अन्य नेपाली छात्रों की जान बचाई थी। उन्होंने कहा, ”बिपिन को हमास ने बंधक बनाया हुआ है। उनके (जोशी के) सहयोगियों से प्राप्त जानकारी के आधार पर हमास ने बिपिन और थाइलैंड के नागरिकों के एक समूह को बंधक बनाया हुआ है। नेपाल सरकार ने बिपिन का पता लगाने के लिए अंतरराष्ट्रीय संगठनों और राजनयिक मिशनों से अनुरोध किया है।”
एन. पी. सउद ने कहा कि बिपिन जोशी ने छात्रों पर हमास द्वारा फेंके गए दो हथगोलों में से एक को वापस फेंक दिया था। उन्होंने कहा, “इजरायली सरकार ने आतंकी हमले में मारे गए 10 नेपाली छात्रों के शव अपने नियंत्रण में ले लिया है। मैंने इस मसले पर इजराइल के विदेश मंत्री से बात की है और हम शवों को जल्द से जल्द वापस लाने की दिशा में काम कर रहे हैं। इजराइल में नेपाली राजदूत ने भी जल्द से जल्द शवों को नेपाल वापस भेजने की प्रतिबद्धता जताई है।”
नेपाल सरकार ने अपने नागरिकों के लिए एक ट्रैवल एडवाइजरी भी जारी किया है। इसमें लोगों से बहुत जरूरी न होने पर इजराइल की यात्रा से बचने का आग्रह किया गया है। एडवाइजरी में बताया गया है कि अगर यात्रा बहुत ही जरूरी है तो विशेष सावधानी बरतें और जरूरी सुरक्षा नियमों का पालन करें।