पंजाब पुलिस ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के दो निवासियों को गिरफ्तार कर लश्कर-ए-तैयबा (LET) के आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने का दावा किया। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार संदिग्धों के पास से दो आईईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस), दो हथगोले, एक पिस्तौल, दो मैगजीन, 24 कारतूस, एक टाइमर स्विच, आठ डेटोनेटर और चार बैटरियां बरामद की गई हैं।
पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने कहा कि अमृतसर पुलिस के राज्य विशेष अभियान प्रकोष्ठ (SSOC) ने एक केंद्रीय एजेंसी के साथ मिलकर यह अभियान चलाया। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘राज्य विशेष अभियान प्रकोष्ठ-अमृतसर ने एक बड़ी सफलता दर्ज करते हुए एक केंद्रीय एजेंसी के साथ संयुक्त अभियान चलाकर लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ कर दो लोगों को गिरफ्तार किया, जो जम्मू-कश्मीर के निवासी हैं।’’
यादव ने बताया कि आतंकी मॉड्यूल का संचालन लश्कर-ए-तैयबा का सक्रिय सदस्य फिरदौस अहमद भट संभाल रहा था। उन्होंने दोनों संदिग्धों की गिरफ्तारी को ‘‘पंजाब में शांति भंग करने की कोशिश कर रहे आतंकी मॉड्यूल के लिए एक बड़ा झटका’’ करार दिया।
इससे पहले जम्मू कश्मीर के शोपियां जिले में सोमवार देर रात आतंकियों के साथ सुरक्षा बलों की मुठभेड़ शुरू हो गई। सोमवार की देर रात यह मुठभेड़ शुरू हुई थी। इसके बाद सुरक्षा बलों ने आतंकियों का मुकाबला किया। एनकाउंटर के दौरान सुरक्षा बलों ने दो आतंकियों को ढेर कर दिया। एनकाउंटर के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस और भारतीय सेना का सर्च ऑपरेशन जारी है।
भारतीय सुरक्षा बल और पुलिस पूरी ताकत से आतंकियों से मुकाबला करने में लगे हुए हैं। कश्मीर पुलिस जोन ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट करते हुए कहा कि शोपियां के अलशीपोरा इलाके में मुठभेड़ चल रही है। पुलिस और सुरक्षा बलों ने मोर्चा संभाल रखा है।
आतंकियों ने इसी साल 26 फरवरी को पुलवामा के अच्छन गांव में कश्मीरी पंडित संजय शर्मा को गोली मारकर हत्या कर दी थी। संजय शर्मा घाटी में एक बैंक में बैंक गार्ड के तौर पर कार्यरत थे। इसके बाद कश्मीर में कई विरोध प्रदर्शन भी हुए थे।