Israel Hamas War Live News Updates: इजरायल ने गाजा में हमास के आतंकियों के ठिकानों पर हमला और तेज कर दिया है। UN की तरफ से जानकारी दी गई है कि इजरायल ने उत्तरी गाजा में 11 लाख लोगों को स्थान छोड़ने का आदेश दिया है। UN के एक प्रवक्ता ने बताया कि इजरायल की सेना ने उत्तरी गाजा के 11 लाख लोगों को 24 घंटे के भीतर वहां से चले जाने का शुक्रवार को निर्देश दिया है। UN के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि इस आदेश से ‘विनाशकारी मानवीय परिणाम’ सामने आने का खतरा है। यह आदेश ऐसे वक्त आया है जब इजरायल ने हमास के खिलाफ अपनी जवाबी कार्रवाई तेज की है। इस आदेश का मतलब यह हो सकता है कि जमीनी हमले तेज किए जा सकते हैं, हालांकि इजरायल की सेना ने इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी है। बीते गुरुवार को सेना ने कहा था कि वह जमीनी हमले की तैयारी कर रहा है लेकिन इस संबंध में फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
इजरायल के एक नागरिक गिली ने न्यूज एजेसी ANI से बातचीत में हमास के आंतकियों द्वारा की गई बर्बरता के बारे में बताया। उन्होंने कहा, “मेरी बहन अपने पति के साथ अपने परिवार से मिलने के लिए आई थी। उसे उसके घर से अगवा कर गाजा की तरफ कार में ले जाया गया। उन्हें किडनैप किया गया है। पिछले 5 दिनों में हम उन्हें ट्रैक करने की कोशिश कर रहे हैं। शायद उन्हें गाजा में बंधक बना कर रखा गया है। किबुत्ज़ बेरी में हुए सबसे अमानवीय नरसंहार को बढ़ाने के लिए 100 से अधिक बंधकों को अमानवीय तरीके से गाजा ले जाया गया है। मेरी बहन को मेरा संदेश है कि हम उसे वापस लाएंगे। मुझे लगता है कि वह जानती है कि हम मजबूत हैं…
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IDF ने X के जरिए जानकारी दी है कि हमास की तरफ से किए गए हमलों में अब तक 1300 से ज्यादा इजरायली नागरिकों की मौत हो चुकी है। 3200 से ज्यादा इजरायली नागरिक घायल हो चुके हैं। गाजा की तरफ से हमास ने इजरायल की सीमा में 6000 से ज्याद रॉकेट फायर किए हैं। इनमें से 2687 टारगेट हिट हुए हैं।
https://twitter.com/IDF/status/1712755037259071505
टॉइम्स ऑफ इजरायल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, बीजिंग में इजरायल के दुतावास के एक कर्मचारी पर अटैक किया गया है। इस डिप्लोमेट को अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा है। इजरायल के विदेश मंत्रालय के हवाले से यह जानकारी दी गई है। डिप्लोमेट का हालत स्थिर है। मंत्रालय ने बताया कि हमले की वजह पता लगाने के लिए जांच की जा रही है।
भारत में भी इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध पर प्रतिक्रिया आ रही हैं। इसी कड़ी में हैदाराबाद में फिलिस्तीन के समर्थन में एक प्रदर्शन किया गया।
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टॉइम्स आफ इजरायल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, हमास ने दावा किया है कि उसके द्वारा बंधक बनाए गए 13 लोग इजरायल की एयर स्ट्राइक में मारे गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने P20 समिट के उद्घाटन सत्र के दौरान कहा कि आज दुनिया जो संघर्ष और टकराव का सामना कर रही है, उनसे किसी को कोई लाभ नहीं होगा। उन्होंने कहा कि बंटी हुई दुनिया मानवता के समक्ष मौजूद चुनौतियों का कोई समाधान नहीं तलाश सकती।
IDF ने X कर जानकारी दी कि उसने गाजा शहर के सभी नागरिकों को उनके घरों से दक्षिण की ओर निकलने और वाडी गाजा के दक्षिण क्षेत्र में जाने के लिए कहा है। IDF ने कहा कि हमास ने इजरायल और गाजा सिटी के खिलाफ युद्ध छेड़ा है, जहां मिलिट्री ऑपरेशन चल रहा है। उसने नागरिकों के लिए सेफ्टी के लिए उन्हें इलाका खाली करने के लिए कहा है।
इजरायल से आए भारतीयों के पहले जत्थे में शामिल पश्चिम बंगाल की निवासी दुती बनर्जी ने कहा कि वहां स्थिति काफी खराब और अस्थिर है। उन्होंने कहा, ”सामान्य जीवन मानो ठहर सा गया है। लोग डरे हुए हैं और गुस्से में हैं। यहां तक कि जब मैं आ रही थी तो मैंने सायरन की आवाजें सुनीं और मुझे शिविर में भी जाना पड़ा।”
पश्चिम बंगाल के निवासी और इजरायल के बीरशेबा में ‘बेन-गुरियन यूनिवर्सिटी ऑफ द नेगेव’ में पीएचडी के प्रथम वर्ष के छात्र सुपर्नो घोष विशेष विमान से दिल्ली पहुंचे भारतीय समूह का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा, ”हम अस्थायी शिविरों में थे। इजराइली सरकार ने हर जगह शिविर बनाए हुए थे, इसलिए हम सुरक्षित थे।”
छात्र दीपक ने बताया, “हमने शनिवार को सायरन की आवाजें सुनीं। जब हमले होते थे हम आवाज सुन सकते थे। इजराइली अधिकारी हमें एहतियात बरतने के दिशा-निर्देश दे रहे थे। लगातार हमले हो रहे थे। मैं घर वापस आकर बहुत खुश हूं लेकिन वहां (इजराइल) फंसे हमारे दोस्तों के लिए दुखी भी हूं।”
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को कहा था कि इजरायल में फिलहाल करीब 18 हजार भारतीय जबकि वेस्ट बैंक में करीब एक दर्जन और गाजा में तीन से चार भारतीय रह रहे हैं।
इजरायल में 2019 से रह रहे शोधकर्ता शाश्वत सिंह अपनी पत्नी के साथ दिल्ली पहुंचे। उन्होंने बताया, ‘‘हम हवाई हमले की सूचना देने वाले सायरन की आवाज सुनकर उठे। हम मध्य इजराइल में रहते हैं। मुझे नहीं पता कि ये संघर्ष क्या रूप लेगा…मैं वहां कृषि क्षेत्र में अनुसंधान कर रहा हूं।”
उन्होंने कहा, ”भारतीयों को सुरक्षित निकालना एक सराहनीय कदम है। हमें उम्मीद है कि शांति बहाल होगी और हम काम पर वापस लौटेंगे। भारत सरकार ईमेल के माध्यम से हमारे संपर्क में थी। हम प्रधानमंत्री नेरन्द्र मोदी और इजराइल में भारतीय दूतावास के आभारी हैं।”
इजरायल से छात्रों सहित करीब 200 भारतीयों का पहला जत्था एक चार्टेड विमान से शुक्रवार तड़के दिल्ली पहुंच गया। हमास आतंकवादियों द्वारा पिछले शनिवार को इजरायल पर हमलों के बाद क्षेत्र में तनाव फैल गया था, जिसके परिणामस्वरूप स्वदेश वापसी के इच्छुक लोगों को वापस लाने के लिए भारत ने ऑपरेशन अजय शुरू किया। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने दिल्ली हवाई अड्डे पर यात्रियों का स्वागत किया। उन्होंने हाथ जोड़कर सभी का अभिवादन किया और उनमें से कुछ लोगों से हाथ मिलाते हुए कहा ‘वेलकम होम’।
हमास द्वारा इजरायल पर हमला करने के बाद से यहूदी विरोधी घटनाओं के बढ़ने के मद्देनजर फ्रांस के गृह मंत्री ने स्थानीय अधिकारियों को सभी फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने फ्रांसीसी लोगों से आग्रह किया है कि वे पश्चिम एशिया में चल रहे युद्ध का असर अपने देश पर नहीं पड़ने दें।