बिहार के बक्सर जिले के रघुनाथपुर स्टेशन के पास दिल्ली-कामाख्या नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस बुधरात रात पटरी से उतर गई। जिससे 4 लोगों की मौत हो गई वहां 40 अन्य यात्री घायल हो गए। हादसे के बाद घटनास्थल पर हड़कंप मच गया। चारों तरफ चीख-पुकार मचने लगी। हादसे के बाद रेलवे ने मामले में जांच के आदेश दिए थे। जिसकी शुरुआती रिपोर्ट सामने आ गई है। रिपोर्ट के अनुसार, नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस पटरियों में खराबी के कारण डिरेल हुई थी।
सूत्रों ने शुरुआती रिपोर्ट का हवाला देते हुए गुरुवार को कहा कि बिहार में दिल्ली-कामाख्या नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस (12506) के पटरी से उतरने की वजह पटरियों में खराबी थी। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए।
ट्रेन के ड्राइवर सहित 6 रेलवे अधिकारयों ने इस रिपोर्ट पर साइन किया है। जिसमें कहा गया है, ऐसा लगता है कि पटरियों में खराबी के कारण ट्रेन डिरेल हो गई। इस हादसे के कारण 52 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। इस हादसे में लोको पायलट भी घायल हो गया था। वहीं उसके सहायक को गंभीर चोटें आई हैं।
इस रिपोर्ट में लोको पायलट का भी बयान शामिल है। लोको पायलट ने कहा है कि ट्रेन 128 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से रघुनाथपुर स्टेशन से गुजरी। स्टेशन को पार करने के तुरंत बाद पीछे से एक बड़ा झटका लगा। जिसके बाद ट्रेन तेजी से हिलने लगी। ट्रेन में तेज झटके लगने लगे। इस वजब से ब्रेक पाइप का दबाव अचानक कम हो गया और ट्रेन रात 9:52 बजे पटरी से उतर गई।
इस रिपोर्ट में रघुनाथपुर स्टेशन के गेटमैन और पॉइंटमैन के हवाले से कहा गया है कि उन्होंने रेलवे के पहिये से चिंगारी निकलती हुई देखी। इस रिपोर्ट में यह साफ किया गया है कि लोको पायलट और उसके सहायक का ब्रेथ एनालाइज़र टेस्ट नकारात्मक आया है।