कर्नाटक के मगदी निर्वाचन (Magadi Constituency) क्षेत्र से कांग्रेस विधायक एचसी बालकृष्ण के एक बयान से विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस विधायक ने कहा है कि विकास के काम केवल उन्हीं गांवों में किए जाएंगे जो पार्टी को लोकसभा चुनावों में वोट देंगे। लोकसभा चुनाव क लिए भाजपा-जद(एस) गठबंधन पर सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि गठबंधन से कांग्रेस को फायदा होगा। उनके बयान पर भाजपा की ओर से पलटवार हुआ है और खुद पूर्व सीएम बसवराज बोम्मई ने आपत्ति दर्ज की है।
कांग्रेस विधायक एचसी बालकृष्ण ने कहा, “हमारी सरकार सत्ता में आ गई है, मैं लोगों से अनुरोध करता हूं कि जैसा कि आप जानते हैं कि चुनाव बूथों पर वोट गणना के आधार पर होते हैं, जो भी बूथ हमें अधिक वोट देगा, हम अगले पांच वर्षों में उनके लिए काम करेंगे, हमारी सरकार वहां पांच साल तक रहेगी। जो गांव हमें अच्छा नेतृत्व देंगे, हम उनके लिए काम करेंगे।”
पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने विधायक की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राज्य में किसी भी विकासात्मक कार्य के लिए कोई फंड नहीं है। उन्होंने कहा, ”यह शून्य अनुदान वाली सरकार है।” इसके अलावा बसवराज बोम्मई ने कहा कि उनकी सरकार (भाजपा सरकार) ने पार्टी आधार पर अनुदान जारी करने में कोई भेदभाव नहीं किया है। बीजेपी कर्नाटक ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि विधायक इस तरह के बयान देकर अपना अहंकार दिखा रहे हैं। पार्टी हैंडल की ओर से लिखा गया, “लोगों को ठीक से गारंटी नहीं मिल रही है, कोई विकास नहीं हो रहा है।”
एचसी बालकृष्ण रामानगर जिले के मगदी निर्वाचन क्षेत्र से पांच बार विधायक हैं। इससे पहले वह 1994 में पहली बार भाजपा के टिकट पर चुने गए थे और 2004, 2008 और 2013 में जद (एस) के टिकट पर निर्वाचन क्षेत्र से तीन बार जीते थे।