इजरायल लगातार हमास से जुड़े इलाकों को निशाना बना रहा है। गाजा पट्टी से हजारों नागरिकों के बेघर हो जाने की खबरें भी सामने हैं। खबरें ऐसी भी हैं कि इजरायली सेना छह दिन के संघर्ष के बाद दुनिया के सबसे घनी आबादी वाले गाजा पट्टी में घुसने के लिए तैयार है। अब तक 1,200 से ज्यादा इजरायली नागरिक मारे गए हैं और इजरायली सेना के जवाबी हमले में 1,500 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। इजरायली हवाई हमलों में गाजा पट्टी के कम से कम 1,300 निवासियों की मौत हो गई है, यहां बड़ी इमारतें मलबे के ढेर में तब्दील हो गईं हैं।
इजरायली सेना ने आज कहा कि वह गाजा पट्टी में हमास पर जमीनी हमले के लिए तैयार है लेकिन देश के राजनीतिक नेताओं ने अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है। समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक सेना के प्रवक्ता रिचर्ड हेचट ने पत्रकारों से कहा कि हम यह देखने का इंतजार कर रहे हैं कि हमारा राजनीतिक नेतृत्व जमीनी घुसपैठ के बारे में क्या निर्णय लेता है। इजरायली सेना के लिए गाजा पट्टी में घुसकर ऑपरेशन बहुत आसान नहीं है। इस समुद्र तटीय क्षेत्र की संकरी गलियों और घनी आबादी के बीच एक ऐसा माहौल बन जाएगा जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी।
गाजा पट्टी एक ऐसा इलाका है जहां कम जगह और ज्यादा लोग रहते हैं, यहां बड़ी इमारतें हैं, सड़कें संकरी हैं। यहां इजरायली सेना के लिए मूवमेंट बहुत बड़ी चुनौती है। गाजा पट्टी की छोटी, अंधेरी खिड़कियों वाली ऊंची इमारतों के चक्रव्यूह में किसी भी दिशा से स्नाइपर हमले हो सकते हैं, ऐसे में सेना को मूवमेंट में ख़ासी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है।
पहले के युद्धों से इसका अंदाजा लगाया जा सकता है कि सेना का पैदल अभियान हमेशा नुकसान देने वाला रहा है। 15 सालों में पांचवें युद्ध को झेल रहे गाजा के 2.4 मिलियन निवासियों के लिए भय बढ़ गया है। यहां पानी, भोजन और बिजली की आपूर्ति भी बंद कर दी गई है।