G-20 समिट के बाद दिल्ली में एक बार फिर दुनियाभर के नेता जुटेंगे। राजधानी में 13 अक्टूबर को दो दिवसीय P-20 शिखर सम्मेलन का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन करेंगे। पी-20 समिट में G-20 देशों के अलावा अन्य देशों की संसद के अध्यक्ष और अंतराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। इस सम्मेलन का आयोजन दिल्ली के द्वारका स्थित इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर ‘यशोभूमि’ में होगा। P-20 समिट का यह नौवां संस्करण है।
दिल्ली पुलिस ने शहर में 12 से 14 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले P-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर गुरुवार को ट्रैफिक गाइडलाइन जारी की है। एक अधिकारी ने बताया, “लगभग 27 देशों से, वहां की संसद के स्पीकर और संसदीय प्रतिनिधि पी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। आने वाले सभी मेहमानों और गणमान्य व्यक्तियों के लिए अलग-अलग होटलों में ठहरने की व्यवस्था की गई है। ये प्रतिनिधि शिखर सम्मेलन के लिए यशोभूमि जाएंगे।”
अधिकारी ने कहा कि इन तीन दिनों तक अकबर रोड, सरदार पटेल मार्ग से धौला कुआं फ्लाईओवर, हवाई अड्डे के पास स्थित मेहराम नगर क्षेत्र, पालम फ्लाईओवर और दुलसिरस चौक पर सुबह सात बजे से रात दस बजे के बीच यातायात को नियंत्रित किया जाएगा। अधिकारी ने आगे कहा, “यात्रियों को किसी भी असुविधा से बचने के लिए सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। रेलवे स्टेशनों, अस्पतालों और आईएसबीटी जाने वाले यात्रियों को अपने मार्ग पर किसी भी देरी से बचने के लिए पर्याप्त समय लेकर निकलना चाहिए।”
P-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन द्वारका के इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर में किया जा रहा है। इस सेंटर को यशोभूमि के नाम से भी जाना जाता है। सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शुक्रवार को मेट्रो ट्रेन के माध्यम से कार्यक्रम स्थल तक जाने की संभावना है। हालांकि, सुरक्षा कारणों से उन्होंने ज्यादा जानकारी साझा नहीं की। सम्मेलन में लैंगिक समानता, पर्यावरण, लोकतंत्र की शक्ति, महिला नेतृत्व विकास, हरित ऊर्जा जैसे कई महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
इस बार भारत में होने वाले इस पी-20 सम्मेलन की थीम ‘वसुधैव कुटुंबकम- एक पृथ्वी, एक कुटुंब, एक भविष्य के लिए संसद’ है। भारत की तरफ से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला इस समिट में हिस्सा लेंगे। इसी तरह बाकी देशों के संसदों के प्रमुख भी बैठक में शामिल होने के लिए भारत पहुंच रहे हैं। जिनके स्वागत के लिए पहले से ही तमाम तरह की तैयारियां हो चुकी हैं। साथ ही सुरक्षा के भी तमाम पुख्ता इंतजाम दिल्ली में किए गए हैं।
क्या है P-20 बैठक?
P-20 समिट जी-20 से जुड़ा हुआ है। G-20 में शामिल तमाम देशों की संसदों के पीठासीन अधिकारी इस बैठक में शामिल होते हैं। यहां P का मतलब पार्लियामेंट है। इसके अलावा आमंत्रित देशों के पीठासीन अधिकारी भी इसमें हिस्सा लेते हैं। भारत की संसद की अध्यक्षता में जी-20 देशों की संसदों के अध्यक्ष तमाम मुद्दों पर चर्चा करेंगे। हर साल जी-20 के बाद ये पी-20 बैठक होती है। इस बार भारत इसकी मेजबानी कर रहा है।