इजरायल और हमास के बीच शनिवार को शुरू हुई जंग का आज पांचवा दिन है। पिछले चार दिन में दोनों तरफ से 2100 लोगों की जान जा चुकी है। इजरायल का दावा है कि उसके 1200 के करीब लोगों की मौत हुई है। वहीं, अल जज़ीरा के मुताबिक इजरायली हमले में 900 फिलिस्तीनियों की जान जा चुकी है। गाजा पट्टी से 2।60 लाख से ज्यादा लोगों को अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
इस बीच हमास आतंकियों को तगड़ा झटका लगा है। गाजा पट्टी में इजरायली फाइटर जेट्स और विमानों पर नजर रखने के लिए लगाया गया आतंकी संगठन का एडवांस डिटेक्शन सिस्टम नष्ट हो गया है। यह वह तकनीक थी जिसके सहारे हमास गाजा पर आने-जाने वाले किसी भी तरह के एयरक्राफ्ट पर नजर रख रहा था। हमास ने इस काम के लिए गाजा स्ट्रिप की कई इमारतों की छतों पर हाई-क्वालिटी कैमरे लगवाए थे। इन कैमरों को सोलर पैनल्स के नीचे छिपाकर लगाया जाता था, ताकि वह दिखाई न पड़े। इतना ही नहीं इन कैमरों को ड्रोन, एयरक्राफ्ट या सैटेलाइट से भी खोजा नहीं जा सकता था। पर इजरायली एयर अटैक की वजह से हमास का यह ट्रैकिंग नेटवर्क पूरी तरह खत्म हो चुका है।
इजरायली एयरफोर्स ने कहा कि उसके फाइटर जेट्स ने हमास के ट्रैकिंग नेटवर्क की खोज कर, हर उस इमारत को खत्म कर दिया, जो इजरायल के विमानों पर नजर रखने का काम कर रहे थे। अब उनका ट्रैकिंग सिस्टम खत्म हो चुका है। इजरायल के हमलावर ड्रोन रात में घुसपैठ करने वाले आतंकियों को खोज-खोजकर मार रहे हैं। गाजा पट्टी के बीट हनौन में कल रात इजरायली फाइटर जेट्स ने 80 जगहों पर हमला किया। साथ ही हमास आतंकियों के दो एक्टिव कमांड सेंटर्स को उड़ा दिया गया है।
इसके अलावा इजरायल ने हमास के कमांडर मुहम्मद ओसमैल के घर को उड़ा दिया है। हमास के एंटी-टैंक मिसाइल यूनिट के कमांडर को ढेर कर दिया गया है।एयरफोर्स ने सुरंगों की चेन को बरबाद कर दिया है। हमास आतंकियों के गाजा में घरों को बरबाद कर दिया गया है। हमास के मिलिट्री कंपाउंड को उड़ाया गया है। हथियारों के डिपो को खत्म कर दिया गया है। ऑब्जरवेशन और ट्रांसमिशन टॉवर की धज्जियां उड़ा दी गई हैं।
इसके अलावा कई ऊंची इमारतों को ध्वस्त कर दिया गया है। हमास के सीनियर नेता के अड्डों को जमींदोज़ किया इसके अलावा हमास के नौसैनिक यूनिट के कमांडर का घर भी उड़ाया गया है।जहां से इजरायल पर रॉकेट दागे जाते थे, इस्लामिक जिहाद के उस ऑपरेशनल कमांड सेंटर को खत्म कर दिया गया है।
हमास ने हथियारों को मंगाने के लिए सीक्रेट टनल और समुद्री मार्ग को चुना। हमास ईरान और सीरिया के साथ मिलकर काम करता है। इन देशों से आतंकी संगठन हमास को हथियारों की मदद मिलती है। हमास ने दूसरे देशों से Fajr-3, Fajr-5 और M302 रॉकेट खरीदे हैं, जो तबाही मचाने का काम करते हैं। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, हमास ड्रोन अटैक से लेकर रॉकेट हमले तक के लिए पूरी तरह से तैयार रहा है। हमास के पास इन हमलों में इस्तेमाल होने वाले हथियारों की कमी नहीं है। यह आतंकी संगठन कई तरह के हथियारों का निर्माण गाजा पट्टी में करता है।